School Holiday : हरियाणा और चंडीगढ़ में 12 फरवरी 2025 को संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। इस संबंध में शिक्षा निदेशालय द्वारा आदेश जारी किए गए हैं, जिसमें प्रदेश के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों के अलावा बोर्ड, निगम, संस्थान और अन्य सरकारी कार्यालयों को भी बंद रखने का निर्देश दिया गया है। इस अवकाश का मुख्य उद्देश्य संत गुरु रविदास जी के विचारों और शिक्षाओं को समाज में और अधिक प्रचारित करना है।
शिक्षा विभाग ने दिए सख्त निर्देश, आदेश की अवहेलना पर होगी कार्रवाई
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई विद्यालय इस आदेश की अवहेलना करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अक्सर देखा गया है कि कुछ स्कूल राजपत्रित या घोषित अवकाशों के दौरान अतिरिक्त कक्षाएं या अन्य गतिविधियों के लिए छात्रों को बुलाते हैं, जो नियमों के खिलाफ है। इस बार सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि 12 फरवरी को हर हाल में सभी स्कूल बंद रहें।
पंचकूला में गुरु रविदास भवन पहुंचे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 12 फरवरी को पंचकूला सेक्टर 15 स्थित गुरु रविदास भवन में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस विशेष आयोजन की अध्यक्षता पूर्व केंद्रीय मंत्री रत्न लाल कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया करेंगी। इसके अलावा, इस कार्यक्रम में कालका की विधायक शक्ति रानी शर्मा, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी टीडी जोगपाल, केएस भोरिया, और पूर्व डीजीपी बीएस संधू भी बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहेंगे।
कार्यक्रम की तैयारियों का एसडीएम ने लिया जायजा
इस भव्य आयोजन को लेकर प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर हैं। पंचकूला के एसडीएम चंद्रकांत कटारिया ने गुरु रविदास भवन, सेक्टर 15 का दौरा कर तैयारियों की समीक्षा की। उनके साथ एसीपी सुरेंद्र और एएसआर शिव शंकर समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। उन्होंने सभा के पदाधिकारियों को कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आवश्यक निर्देश दिए, जिसमें पार्किंग, सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण जैसे अहम मुद्दों पर विशेष ध्यान देने को कहा गया।
सरकार महापुरुषों की जयंती को भव्य रूप से मना रही है
सभा के प्रधान कृष्ण कुमार ने बताया कि हरियाणा सरकार महापुरुष सम्मान एवं प्रचार-प्रसार योजना के तहत महान संतों और महापुरुषों की जयंती भव्य तरीके से मनाने का प्रयास कर रही है। सरकार का उद्देश्य है कि महापुरुषों की वाणी और उनके विचारों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जाए, ताकि समाज में एक सकारात्मक बदलाव आ सके।
प्रभात फेरी और नगर कीर्तन का आयोजन
संत रविदास जी की जयंती के उपलक्ष्य में पंचकूला के गुरु रविदास भवन सेक्टर 15 से विभिन्न स्थानों पर प्रभात फेरियां निकाली जा रही हैं। इन आयोजनों का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को इस समारोह में शामिल करना और संत रविदास जी के संदेश को फैलाना है। साथ ही, एक भव्य नगर कीर्तन का भी आयोजन किया गया है, जिसमें उप-प्रधान तेजपाल जौहर, पूर्व प्रधान बीएस रंगा, मोहन लाल, राजकपूर अहलावत, महासचिव जयबीर रंगा समेत अन्य पदाधिकारी आयोजन को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।
करनाल में गुरु रविदास जयंती समारोह में पहुंचे कैबिनेट मंत्री
हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा ने भी गुरु रविदास जयंती के अवसर पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में हिस्सा लिया। करनाल में हुए इस आयोजन में उन्होंने लोगों को संत रविदास जी के बताए हुए मार्ग पर चलने की अपील की और कहा कि संतों के विचार समाज को एक नई दिशा देने का काम करते हैं। उन्होंने इस अवसर पर समाज में भाईचारा, समानता और सद्भावना को बढ़ावा देने की बात कही।
चंडीगढ़ में भी सरकारी छुट्टी, सभी विभागों को मिला आदेश
हरियाणा की तरह चंडीगढ़ में भी गुरु रविदास जयंती के दिन सार्वजनिक अवकाश रहेगा। प्रशासन ने सभी शासकीय एवं अर्ध-शासकीय कार्यालयों, निगमों और शिक्षण संस्थानों को अवकाश का आदेश दिया है। इससे सरकारी कर्मचारी और आम लोग संत रविदास जयंती के कार्यक्रमों में शामिल हो सकेंगे और इस दिन को श्रद्धा के साथ मना सकेंगे।
अवकाश से जुड़े आदेश की आधिकारिक घोषणा
चंडीगढ़ प्रशासन ने भी सभी शिक्षा विभागों और सरकारी कार्यालयों को 12 फरवरी को अवकाश रखने का निर्देश दिया है। इसके तहत सभी स्कूलों और सरकारी संस्थानों को इस आदेश का पालन करने के लिए पत्र भेजा गया है। अगर कोई संस्था इस अवकाश के दौरान खुले रहने की कोशिश करती है, तो उसके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
क्या रहेगा बंद और क्या खुलेगा ?
12 फरवरी को सभी सरकारी कार्यालय, निगम, बैंक और स्कूल पूरी तरह बंद रहेंगे। हालांकि अस्पताल, पुलिस सेवाएं, दमकल विभाग और अन्य आपातकालीन सेवाएं सामान्य रूप से कार्य करेंगी। इसके अलावा, जो निजी संस्थान अवकाश के दायरे में नहीं आते हैं, वे खुले रह सकते हैं।