School Holiday : उत्तर प्रदेश सरकार ने 12 फरवरी 2025 को संत रविदास जयंती के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। पहले यह दिन निर्बंधित अवकाश के रूप में घोषित किया गया था, लेकिन अब इसे संशोधित कर सार्वजनिक अवकाश में बदल दिया गया है। इस संबंध में शासन की ओर से नया आदेश जारी किया गया है, जिसमें राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों और बैंकिंग सेवाओं को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं।
17 दिसंबर 2024 के आदेश में हुआ संशोधन
उत्तर प्रदेश शासन के सामान्य प्रशासन विभाग, लखनऊ द्वारा 11 फरवरी 2025 को एक आधिकारिक विज्ञप्ति जारी की गई। इसमें बताया गया कि 17 दिसंबर 2024 को घोषित अवकाश सूची में 12 फरवरी को संत रविदास जयंती के अवसर पर केवल निर्बंधित अवकाश घोषित किया गया था। लेकिन अब सरकार ने इसे नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट, 1881 के तहत सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है, जिससे यह सभी के लिए प्रभावी होगा।
सभी विभागों और संस्थानों को भेजी गई सूचना
सरकार द्वारा जारी आदेश के तहत सभी संबंधित विभागों को इसकी जानकारी दे दी गई है। इसके अंतर्गत राज्यपाल, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, सरकारी विभागों के प्रमुख अधिकारियों, बैंक महाप्रबंधकों और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) समेत अन्य संबंधित संस्थानों को सूचना भेजी गई है। इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) कानपुर और उत्तराखंड क्षेत्रीय निदेशक को भी इस निर्णय से अवगत कराया गया है।
बैंकों और शैक्षणिक संस्थानों पर असर
सरकार के इस फैसले से उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी और निजी बैंक इस दिन बंद रहेंगे। साथ ही उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन आने वाले स्कूलों में भी अवकाश रहेगा। यह निर्णय खासतौर पर संत रविदास जी के अनुयायियों और उनकी जयंती को सम्मान देने के उद्देश्य से लिया गया है, ताकि लोग इस दिन को अच्छे से मना सकें और समाज में समरसता का संदेश फैला सकें।
रविदास जयंती का महत्व और इसका प्रभाव
संत रविदास जयंती उत्तर भारत खासकर उत्तर प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश और राजस्थान में व्यापक रूप से मनाई जाती है। संत रविदास समाज में समानता, भक्ति और प्रेम के संदेश के लिए जाने जाते हैं। उनके अनुयायी इस दिन विशेष पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन और शोभायात्रा का आयोजन करते हैं। सरकार द्वारा सार्वजनिक अवकाश घोषित करने से इस दिन को और व्यापक स्तर पर मनाने में आसानी होगी।
सरकार के इस फैसले से जनता में खुशी
संत रविदास जी के अनुयायियों और आम जनता ने इस फैसले का स्वागत किया है। उनका मानना है कि संत रविदास ने समाज में जात-पात और भेदभाव को खत्म करने का संदेश दिया था। उनके सम्मान में सार्वजनिक अवकाश घोषित करना सरकार का एक सराहनीय कदम है। इस निर्णय से सरकारी कर्मचारी, बैंक कर्मी, शिक्षक और छात्र सभी को लाभ मिलेगा।
पिछले वर्षों में भी हो चुकी हैं ऐसी घोषणाएं
उत्तर प्रदेश सरकार पहले भी कई अवसरों पर विशेष धार्मिक और सामाजिक महापुरुषों की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित कर चुकी है। हाल ही में डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती और महर्षि वाल्मीकि जयंती पर भी इस तरह की घोषणाएं की गई थीं। यह सरकार की सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने की नीति का हिस्सा है।
नए आदेश की अधिसूचना कब और कैसे जारी हुई?
यह आदेश 11 फरवरी 2025 को शाम 6 बजे जारी किया गया। सरकार की ओर से सभी संबंधित संस्थानों को इसकी सूचना तुरंत भेज दी गई, ताकि इस दिन की छुट्टी की सही जानकारी सभी तक पहुंच सके और वे अपने कार्यक्रमों को सही तरीके से प्लान कर सकें।