Public Holiday: छत्तीसगढ़ शासन ने 14 अप्रैल 2025 को, डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों और संस्थानों में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है. यह निर्णय भारत सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए लिया गया है. इस दिन सभी सरकारी विभाग और संस्थान बंद रहेंगे, जिससे कि लोग डॉ. अंबेडकर की जयंती को उचित सम्मान के साथ मना सकें.
डॉ. अंबेडकर का योगदान
डॉ. भीमराव अंबेडकर, जिन्हें बाबासाहेब भी कहा जाता है भारतीय संविधान के निर्माता होने के साथ-साथ एक महान समाज सुधारक भी थे. उन्होंने भारतीय समाज में व्याप्त जातिगत भेदभाव के खिलाफ लड़ाई लड़ी और दलितों के अधिकारों की वकालत की. उनका मानना था कि शिक्षा और जागरूकता से ही समाज में बदलाव लाया जा सकता है.
राज्य में जयंती समारोह
इस विशेष दिन को मनाने के लिए राज्य भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर विशेष सभाएँ और सेमिनार का आयोजन किया जाएगा जहाँ बाबासाहेब के जीवन और उनके कार्यों पर प्रकाश डाला जाएगा.
सामाजिक असर
डॉ. अंबेडकर की जयंती न केवल एक अवसर है जब हम उनकी उपलब्धियों को याद करते हैं, बल्कि यह भी एक दिन है जब हम समाज में समानता और न्याय के लिए उनके संघर्ष को पहचानते हैं. यह दिन समाज के हर वर्ग को यह याद दिलाता है कि सभी के लिए समान अवसर और न्याय सुनिश्चित करना कितना महत्वपूर्ण है.
शैक्षणिक संस्थानों में उद्यम
विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में डॉ. अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में निबंध, चित्रकला प्रतियोगिता, और भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं. इससे युवा पीढ़ी को उनके विचारों और सिद्धांतों की गहराई से समझने का मौका मिलता है.
सरकारी पहल
राज्य सरकार ने इस दिन को और भी विशेष बनाने के लिए कई पहल की हैं. इन पहलों में डॉ. अंबेडकर से संबंधित स्थलों का विकास, उनके नाम पर छात्रवृत्ति योजनाएँ और अन्य सामाजिक कल्याण कार्यक्रम शामिल हैं.