Petrol Diesel Rate: सरकारी तेल कंपनियों ने 18 फरवरी 2025 के लिए पेट्रोल और डीजल की ताजा कीमतें जारी कर दी हैं. आज भी पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई बदलाव नहीं हुआ है जिससे आम जनता को राहत नहीं मिली है. पिछले साल मार्च 2024 में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को संशोधित किया गया था, लेकिन तब से लेकर अब तक कीमतों में कोई कटौती नहीं हुई है.
आखिरी बार कब बदले थे पेट्रोल-डीजल के दाम?
सरकार द्वारा 14 मार्च 2024 को आखिरी बार पेट्रोल और डीजल के दाम बदले गए थे. उस समय पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2-2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी. लेकिन इसके बाद से लगातार दाम स्थिर बने हुए हैं और उपभोक्ताओं को किसी भी तरह की राहत नहीं मिली है.
देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
देश के विभिन्न शहरों में 18 फरवरी 2025 के लिए पेट्रोल और डीजल की ताजा दरें इस प्रकार हैं:
| शहर | पेट्रोल (₹/लीटर) | डीजल (₹/लीटर) |
| दिल्ली | 94.72 | 87.62 |
| मुंबई | 103.44 | 89.97 |
| कोलकाता | 103.94 | 90.76 |
| चेन्नई | 100.85 | 92.44 |
| बेंगलुरु | 102.86 | 88.94 |
| लखनऊ | 94.65 | 87.76 |
| नोएडा | 94.87 | 88.01 |
| गुरुग्राम | 95.19 | 88.05 |
| चंडीगढ़ | 94.24 | 82.40 |
| पटना | 105.18 | 92.04 |
रोजाना सुबह 6 बजे अपडेट होते हैं तेल के दाम
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर दिन सुबह 6 बजे अपडेट होती हैं. तेल कंपनियां हर दिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों और अन्य कारकों को देखते हुए भाव तय करती हैं. यदि कीमतों में कोई बदलाव होता है, तो इसे तुरंत आधिकारिक वेबसाइट पर अपडेट कर दिया जाता है. लेकिन अगर कोई बदलाव नहीं होता, तो पुरानी दरें ही दोहराई जाती हैं.
घर बैठे पेट्रोल और डीजल की कीमतें ऐसे करें चेक
अगर आप अपने शहर के पेट्रोल और डीजल की ताजा कीमतें जानना चाहते हैं, तो आप घर बैठे ही इसे आसानी से देख सकते हैं. इसके लिए ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं या एसएमएस भेजकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
इंडियन ऑयल (IOC) के ग्राहक: RSP <शहर का कोड> लिखकर 9224992249 पर SMS भेजें.
भारत पेट्रोलियम (BPCL) के ग्राहक: RSP <शहर का कोड> लिखकर 9223112222 पर SMS भेजें.
हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) के ग्राहक: HPPRICE <शहर का कोड> लिखकर 9222201122 पर SMS करें.
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती क्यों नहीं हो रही?
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती न होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं, जिससे तेल कंपनियां भी कीमतों में कोई बदलाव नहीं कर रही हैं.
इसके अलावा सरकारी कर और शुल्क भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों को प्रभावित करते हैं. भारत में पेट्रोल और डीजल पर केंद्र और राज्य सरकारें अलग-अलग टैक्स लगाती हैं, जिससे इनकी कीमतें ऊंची बनी रहती हैं.
बढ़ती महंगाई से आम जनता परेशान
लगातार बढ़ती महंगाई के बीच पेट्रोल और डीजल की ऊंची कीमतें आम लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई हैं. पेट्रोल और डीजल के महंगे होने से ट्रांसपोर्टेशन की लागत बढ़ जाती है, जिससे खाद्य पदार्थों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतें भी बढ़ जाती हैं.
सरकार से राहत की उम्मीद
देशभर के उपभोक्ताओं को अब सरकार से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की उम्मीद है. कई अर्थशास्त्री और बाजार विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें कम होती हैं, तो भारत में भी पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी आ सकती है. सरकार भी आगामी समय में उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए उत्पाद शुल्क (Excise Duty) और वैट (VAT) में कमी कर सकती है.