Gold Silver Price: सर्राफा बाजार में पिछले कुछ महीनों से उथल-पुथल का दौर जारी है. यह देखा गया है कि रोजाना सोने और चांदी के दामों में उतार-चढ़ाव होता है, लेकिन कभी-कभी इनके रेट्स स्थिर भी रहते हैं. इस समय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई परिवर्तनों के कारण बाजार में अस्थिरता देखने को मिल रही है. इसका सीधा प्रभाव भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ रहा है, जहां शेयर बाजार अधिकतर समय लाल निशान में बंद हो रहा है.
वर्तमान में सोने और चांदी के दाम
आज, यानी 2 मार्च 2025 को, सोने और चांदी के दामों में कोई खास परिवर्तन नहीं हुआ है. पिछले दिन यानी 1 मार्च 2025 को जो दाम थे, वही आज भी हैं. 24 कैरेट सोना (24 carat gold rate) 86,620 रुपये प्रति 10 ग्राम में बिक रहा है, और 22 कैरेट सोना (22 carat gold rate) 79,400 रुपये में. यह बताता है कि बाजार में कुछ हद तक स्थिरता (market stability) बनी हुई है.
चांदी के स्थिर दाम
चांदी की कीमतों में भी कोई परिवर्तन नहीं आया है. 1 मार्च 2025 को जैसे दाम थे, वैसे ही आज भी हैं. एक किलोग्राम चांदी 97,000 रुपये में बिक रही है. इसका मतलब यह है कि चांदी के बाजार में भी स्थिरता (silver market stability) देखने को मिल रही है.
बाजार की अस्थिरता और स्थिरता के बीच संतुलन
जहां एक ओर वैश्विक बाजार की अस्थिरता (global market instability) से भारतीय शेयर बाजार प्रभावित हो रहा है, वहीं दूसरी ओर सोने और चांदी का बाजार अपेक्षाकृत स्थिर बना हुआ है. इस स्थिरता का मुख्य कारण बाजार में चल रही विभिन्न आर्थिक गतिविधियाँ (economic activities) हैं जो कि निवेशकों को एक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने और चांदी की ओर आकर्षित करती हैं.
भविष्य की संभावनाएँ और निवेशकों की रणनीति
भविष्य में, बाजार की दिशा निवेशकों की रणनीतियों (investment strategies) पर निर्भर करेगी. अगर वैश्विक स्तर पर आर्थिक स्थिरता बनी रहती है, तो संभव है कि सोने और चांदी के दाम ऊंचाई पर पहुंच सकते हैं. इसके विपरीत, अगर बाजार में अस्थिरता जारी रहती है, तो निवेशक सोने और चांदी में अपना निवेश बढ़ा सकते हैं, क्योंकि यह अधिक सुरक्षित माना जाता है.