Agra Aligarh Expressway: आगरा और अलीगढ़ के बीच यात्रा करने वाले लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है. दोनों शहरों को जोड़ने के लिए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा. जिससे न केवल सफर आसान होगा बल्कि ट्रैफिक जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी. इस एक्सप्रेसवे के जरिए वाहन तेज गति से फर्राटा भर सकेंगे और यात्रा का समय आधा हो जाएगा.
उत्तर प्रदेश को मिलेगा एक और एक्सप्रेसवे का तोहफा
उत्तर प्रदेश सरकार लगातार राज्य की सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत है. यमुना एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के बाद अब आगरा-अलीगढ़ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है. इस नए एक्सप्रेसवे से दोनों शहरों के बीच यातायात सुगम होगा और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा.
65 किलोमीटर लंबा होगा एक्सप्रेसवे
आगरा और अलीगढ़ के बीच बनने वाला यह 65 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे होगा. इसकी शुरुआत आगरा के खंदौली से होगी और यह अलीगढ़ को तेजी से जोड़ने का काम करेगा. इस प्रोजेक्ट की सबसे खास बात यह है कि इसे पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है, जिससे प्राकृतिक हरियाली को नुकसान नहीं पहुंचेगा.
कब से शुरू होगा निर्माण कार्य?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक्सप्रेसवे के लिए रूट सर्वे का काम पूरा हो चुका है. निर्माण एजेंसियों द्वारा सभी आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई हैं और अगर सब कुछ ठीक रहा तो मई 2024 से इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा. सरकार ने इस प्रोजेक्ट को 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है.
सिर्फ 1 घंटे में पूरा होगा आगरा से अलीगढ़ का सफर
इस समय आगरा से अलीगढ़ तक का सफर करने में लगभग 2 घंटे से अधिक समय लगता है. लेकिन एक्सप्रेसवे बनने के बाद यह सफर महज 1 घंटे में पूरा किया जा सकेगा. इससे न केवल यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि व्यापार और परिवहन भी पहले से अधिक सुगम हो जाएगा.
NHAI को दी गई निर्माण की जिम्मेदारी
इस महत्वपूर्ण एक्सप्रेसवे के निर्माण की जिम्मेदारी नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को सौंपी गई है. सरकार ने इस परियोजना को 2 साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। जिससे जल्द से जल्द यह एक्सप्रेसवे जनता के उपयोग में आ सके.
परियोजना की लागत और जमीन अधिग्रहण की स्थिति
आगरा-अलीगढ़ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण पर करीब 3500 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है. इसके लिए जमीन अधिग्रहण का काम भी शुरू कर दिया गया है. प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि किसानों और ज़मीन मालिकों को उचित मुआवजा दिया जाए, ताकि निर्माण कार्य में कोई बाधा न आए.
कहां-कहां से होगा कनेक्टिविटी?
यह एक्सप्रेसवे अलीगढ़-गाजियाबाद नेशनल हाईवे-91 से जोड़ा जाएगा. इसके अलावा, इसे यमुना एक्सप्रेसवे के खंदौली टोल प्लाजा के पास कनेक्ट किया जाएगा. इससे दिल्ली, नोएडा और अन्य बड़े शहरों तक आसान पहुंच बन सकेगी.
टेंडर जारी, दो चरणों में होगा निर्माण
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और दो कंपनियों को टेंडर दिया गया है. इस प्रोजेक्ट के लिए 1620 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है और इसे दो चरणों में पूरा किया जाएगा. पहले चरण में बुनियादी ढांचा तैयार किया जाएगा और दूसरे चरण में एक्सप्रेसवे को पूरी तरह से चालू किया जाएगा.
एक्सप्रेसवे से क्या होंगे फायदे?
- यात्रा का समय बचेगा – अभी आगरा से अलीगढ़ का सफर 2 घंटे से अधिक का होता है, जिसे एक्सप्रेसवे पूरा होने के बाद 1 घंटे में किया जा सकेगा.
- जाम से मिलेगी राहत – इस नए मार्ग के बनने से मौजूदा सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा.
- व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा – आगरा और अलीगढ़ दोनों ही व्यापारिक और पर्यटन हब हैं. इस एक्सप्रेसवे से उद्योगों और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
- तेज और सुरक्षित यात्रा – नई तकनीकों के साथ बनाया जाने वाला यह एक्सप्रेसवे यात्रियों को एक सुरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रदान करेगा.
- पर्यावरण के अनुकूल होगा निर्माण – एक्सप्रेसवे के निर्माण में इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि प्राकृतिक हरियाली को कम से कम नुकसान पहुंचे.