Haryana Outer Bypass: हरियाणा के यमुनानगर में सोमवार को आयोजित एक जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल (आभासी) माध्यम से रेवाड़ी में बनाए गए 14.40 किलोमीटर लंबे फोरलेन आउटर बाइपास का उद्घाटन किया। यह बाइपास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-11 पर बनाया गया है और इसकी कुल लागत 1,069 करोड़ रुपये है
वाहन चालकों को अब मिलेगा ट्रैफिक जाम से छुटकारा
इस बाइपास के शुरू हो जाने से रेवाड़ी शहर के भीतर से होकर गुजरने वाले भारी ट्रैफिक को अब बाहर से ही डायवर्ट किया जा सकेगा। अब वाहन चालक रेवाड़ी शहर में जाम और रेलवे फाटकों पर फंसे बिना सीधे दिल्ली-जयपुर हाईवे पर चढ़ सकेंगे।
कम होगी दूरी आसान होगा सफर
रेवाड़ी आउटर बाइपास से:
- लगभग 10 किलोमीटर की दूरी कम होगी
- शहर की सड़कों और चौराहों पर ट्रैफिक जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी
- दिल्ली, नारनौल, झज्जर और कोसली की ओर से आने वाले वाहन बिना शहर में घुसे अपनी मंजिल की ओर जा सकेंगे
- बाजार, रेलवे क्रॉसिंग और स्कूल क्षेत्रों में ट्रैफिक कम होगा, जिससे स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी
गुरुग्राम-पटौदी हाईवे से मिलेगा अतिरिक्त लाभ
रेवाड़ी जिले के लोगों के लिए एक और बड़ी खुशखबरी यह है कि गुरुग्राम-पटौदी राष्ट्रीय राजमार्ग, जिसकी लंबाई 46.11 किलोमीटर है, वह भी दिसंबर 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
इस हाईवे के निर्माण में लगभग ₹900 करोड़ की लागत आने की संभावना है। इसके बन जाने के बाद:
- गुरुग्राम से पटौदी तक का सफर कम समय में और अधिक सरल हो जाएगा
- रेवाड़ी से गुरुग्राम या पटौदी की ओर जाने वाले यात्रियों को बड़ा फायदा मिलेगा
- औद्योगिक क्षेत्रों और स्थानीय व्यापारियों को यातायात में सरलता मिलने से कारोबार में भी बढ़ोतरी होगी
इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर सरकार की बड़ी सोच
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार लगातार परिवहन और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए प्रयासरत है। इस बाइपास के उद्घाटन को भी गति शक्ति योजना के अंतर्गत देखा जा सकता है, जिसका मकसद देश भर में तेज और निर्बाध आवागमन सुनिश्चित करना है।
इस तरह की परियोजनाओं से:
- स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलते हैं
- पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा मिलता है
- लॉजिस्टिक लागत में कटौती होती है, जिससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है
उद्घाटन कार्यक्रम में मौजूद रहे वरिष्ठ अधिकारी
रेवाड़ी में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अधिकारी और विभागीय प्रतिनिधि मौजूद रहे। जिनमें शामिल थे:
- एनएचएआई के तकनीकी सदस्य आलोक दीपांकर
- क्षेत्रीय अधिकारी मोहम्मद सैफी
- परियोजना क्रियान्वयन निदेशक योगेश मित्तल
- साइट इंजीनियर मोहित शर्मा
- उप प्रबंधक प्रकाश तिवारी
- PWD कार्यकारी अभियंता सतेंद्र श्योराण
- एसडीएम सुरेंद्र सिंह
इन अधिकारियों ने मौके पर परियोजना की प्रगति और भविष्य की योजनाओं की जानकारी दी।
स्थानीय लोगों में खुशी की लहर
रेवाड़ी शहर और आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में इस बाइपास के निर्माण को लेकर लंबे समय से मांग थी। अब जब यह बाइपास बनकर तैयार हो गया है, तो स्थानीय लोगों में खुशी और राहत की भावना देखी जा रही है।
यातायात सरलता के साथ सुरक्षा में भी आएगा सुधार
जैसे-जैसे यातायात व्यवस्था स्मार्ट और सुसंगठित हो रही है, वैसे-वैसे सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आ रही है। रेवाड़ी बाइपास से:
- शहर के भीड़भाड़ वाले क्षेत्र सुरक्षित रहेंगे
- स्कूल और अस्पतालों के पास ट्रैफिक कम होगा
- आपातकालीन वाहनों को आवागमन में सहूलियत मिलेगी
हरियाणा को मिली बड़ी सौगात यातायात में आएगी क्रांति
रेवाड़ी का यह आउटर बाइपास केवल एक सड़क नहीं है, बल्कि यह यातायात, व्यापार और जीवनशैली को बदलने वाली एक बड़ी परियोजना है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इसका उद्घाटन न सिर्फ रेवाड़ी के लिए बल्कि पूरे हरियाणा के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।