Delhi Meerut Expressway: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर दो पहिया वाहनों के प्रवेश पर पूर्णतया पाबंदी लगा दी गई है. यह कदम एक्सप्रेसवे पर होने वाले लगातार हादसों के कारण उठाया गया है. अडिशनल डायरेक्टर जनरल मेरठ जोन, ध्रुवकांत ठाकुर ने खुद इसका निरीक्षण किया और मौके पर कई दो पहिया वाहन पाए जाने पर सख्त निर्देश जारी किए गए.
पुलिस व्यवस्था मजबूत की गई
मेरठ और गाजियाबाद पुलिस को इस एक्सप्रेसवे पर सख्ती बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं. एसपी ट्रैफिक मेरठ, राघवेंद्र कुमार मिश्रा के नेतृत्व में एक विशेष टीम (Special Task Force) तैयार की गई है, जो परतापुर पुलिस स्टेशन के साथ मिलकर काशी टोल प्लाजा पर ड्यूटी देगी और यहाँ से आगे बढ़ने वाले दो पहिया वाहनों का चालान करेगी.
अवैध कटों पर कार्रवाई
दो पहिया वाहनों को एक्सप्रेसवे पर लाने के लिए कुछ अवैध कटों (Illegal Cuts) का प्रयोग हो रहा है. एसपी ट्रैफिक ने हाल ही में दो ऐसे कटों को चिन्हित करके वहां मिट्टी डालकर उन्हें बंद कराया गया है. यह कार्रवाई भविष्य में अवैध प्रवेश को रोकने के लिए की गई है.
पुलिसकर्मी भी नियमों के उल्लंघनकर्ता
एक चौंकाने वाला तथ्य यह है कि डीएमई पर सबसे अधिक नियम उल्लंघन करने वाले पुलिसकर्मी ही हैं. इस बात की पुष्टि खुद अधिकारियों ने की है. ऐसे में, इन पुलिसकर्मियों पर विशेष कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं और इनकी तैनाती का स्थान, नाम और मोबाइल नंबर भी नोट किया जाएगा.
भारी जुर्माना नियत किया गया
डीएमई पर दो पहिया वाहन ले जाने पर निर्धारित जुर्माना 10 हजार रुपये है, लेकिन अब टीम को आदेश दिया गया है कि जो भी दो पहिया वाहन दिखाई दे, उसका 20 से 30 हजार रुपये का चालान किया जाए. इसके लिए टोल पर लगे कैमरों की भी मदद ली जाएगी, ताकि नियम उल्लंघनकर्ताओं को आसानी से पकड़ा जा सके.