LIQUOR SHOPS CLOSED: उत्तराखंड में 23 जनवरी को नगर निकाय चुनाव के मद्देनजर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई है. इसके साथ ही 22 जनवरी से ही शराब की दुकानों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. यह बंदी वोटिंग के शांतिपूर्ण आयोजन और चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाए रखने के उद्देश्य से की गई है.
23 जनवरी को सभी सरकारी और निजी प्रतिष्ठान भी रहेंगे बंद
23 जनवरी को नगर निकाय चुनाव के दिन प्रदेश के सभी सरकारी और निजी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे. यह कदम सुनिश्चित करेगा कि अधिक से अधिक लोग वोट डालने के लिए अपने मतदान केंद्र पहुंच सकें.
शराब की दुकानें 22 जनवरी की शाम से बंद
सरकार के आदेश के अनुसार, 22 जनवरी की शाम से शराब की दुकानों को बंद रखा जाएगा. यह बंदी 23 जनवरी को शाम पांच बजे तक जारी रहेगी. शाम पांच बजे के बाद ही दुकानें खुलेंगी. इस निर्णय का उद्देश्य चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखना और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचना है.
25 जनवरी को मतगणना के कारण भी बंद रहेंगी दुकानें
23 जनवरी को वोटिंग के बाद, 25 जनवरी को मतगणना का आयोजन किया जाएगा. इस दिन भी शराब की दुकानों को पूरी तरह बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. मतगणना के दौरान शांति बनाए रखने के लिए यह निर्णय लिया गया है.
गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी को भी शराब की दुकानें बंद
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर पूरे प्रदेश में शराब की सभी दुकानें बंद रहेंगी. गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय पर्व होने के कारण इसे सम्मान और शांति के साथ मनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है.
चार दिनों तक शराब की बिक्री पर प्रतिबंध
जनवरी के इस हफ्ते में 22, 23, 25 और 26 तारीख को शराब की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा. इन चार दिनों की बंदी का उद्देश्य प्रदेश में शांति और अनुशासन बनाए रखना है.
सार्वजनिक अवकाश और चुनावी प्रक्रिया
23 जनवरी को नगर निकाय चुनाव के दिन सार्वजनिक अवकाश की घोषणा से प्रदेश के नागरिकों को मतदान करने में आसानी होगी. सभी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखकर सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि अधिक से अधिक लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें.
जिलाधिकारी ने जारी किए आदेश
देहरादून जिलाधिकारी ने शराब की दुकानों की बंदी के आदेश जारी कर दिए हैं. इन आदेशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया है.
सुरक्षा और शांति बनाए रखने का उद्देश्य
शराब की दुकानों की बंदी का मुख्य उद्देश्य चुनाव और गणतंत्र दिवस के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखना है. सरकार का मानना है कि इन दिनों में शराब की बिक्री पर रोक लगाने से किसी भी प्रकार की अवांछित घटना को रोका जा सकता है.
नागरिकों के लिए जरूरी जानकारी
नागरिकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि इन चार दिनों में शराब की दुकानें बंद रहेंगी. जो लोग शराब खरीदने की योजना बना रहे हैं, उन्हें इसके लिए 22 जनवरी से पहले अपनी तैयारी कर लेनी चाहिए.