New Railway Line: पूर्वांचल के यात्रियों को बेहतर रेल सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे एक महत्वपूर्ण रेल प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। बहराइच-खलीलाबाद के बीच प्रस्तावित नई रेलवे लाइन इस क्षेत्र की यातायात सुविधाओं में एक नया अध्याय जोड़ेगी। इस परियोजना से क्षेत्र के 53 गांवों को जोड़ा जाएगा। जिससे स्थानीय विकास में तेजी आएगी।
बहराइच-खलीलाबाद रेल लाइन की योजना और लाभ
इस रेलवे लाइन की लंबाई लगभग 240 किलोमीटर होगी। जिससे बहराइच से उतरौला खलीलाबाद तक की दूरी को कम किया जा सकेगा। इस परियोजना में न केवल मौजूदा स्टेशनों को उन्नत बनाया जाएगा। बल्कि 6 नए रेलवे स्टेशन भी विकसित किए जाएंगे, जो इस क्षेत्र के विकास को नई गति प्रदान करेंगे।
परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण और मुआवजा
प्रस्तावित रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण पहले से ही शुरू हो चुका है, और इसके लिए सरकार ने विशेष बजट आवंटित किया है। जिन किसानों की जमीन इस परियोजना के दायरे में आ रही है। उन्हें सर्किल रेट के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
रेल लाइन की भौगोलिक रूपरेखा और कवरेज
खलीलाबाद से बांसी, बलरामपुर, श्रावस्ती होते हुए बहराइच तक यह रेल लाइन विस्तारित होगी, जिसमें विभिन्न जिलों के अनेक गांव शामिल होंगे। इस विस्तार से स्थानीय गांव, कस्बों और नव विकसित होने वाले स्टेशनों के आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
बजट और आर्थिक योजना
इस परियोजना के पहले चरण में खलीलाबाद से बांसी तक के कार्य के लिए लगभग 4939.78 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस निवेश से कई रेलवे स्टेशन, बड़े-छोटे पुल, और अंडरपास बनाए जाएंगे। जिससे इस क्षेत्र की बुनियादी ढांचे को मजबूती मिलेगी।
स्थानीय विकास और रोजगार के अवसर
बहराइच-खलीलाबाद रेल लाइन के पूरा होने का अनुमानित समय साल 2026 है। इस दौरान स्थानीय निवासियों के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। खासकर उन स्टेशनों के आसपास जहां नए व्यापारिक रोज़गार उत्पन्न किए जा सकेंगे।