E-rickshaw Registered: कानपुर शहर में बढ़ते ई-रिक्शा की संख्या और उनके अनियंत्रित संचालन से जुड़ी समस्याएं आजकल चर्चा का विषय बनी हुई हैं. शहर में बिना रजिस्ट्रेशन और वेरिफिकेशन के चलने वाले लगभग 48 हजार ई-रिक्शा की वजह से यातायात में अव्यवस्था और जाम की समस्या गंभीर रूप ले चुकी है.
अनियंत्रित ई-रिक्शाओं पर सरकारी सख्ती
परिवहन आयुक्त के निर्देश पर, 1 से 30 अप्रैल तक विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाएगा, जिसमें बिना पंजीकृत और असेंबल्ड ई-रिक्शा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य शहर में यातायात की व्यवस्था को सुधारना और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना है.
आरटीओ की कार्रवाई और चुनौतियां
आरटीओ प्रवर्तन विदिशा सिंह ने बताया कि अवैध ई-रिक्शा के संचालन को रोकने के लिए और उनके विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. यह अभियान विभिन्न जिलों में फैले हुए है, जिसमें कानपुर नगर, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, औरैया, कन्नौज, और इटावा शामिल हैं.
दस्तावेजों की जांच और नियमों का पालन
इस अभियान के दौरान, ई-रिक्शा चालकों को अपने वाहनों के सभी जरूरी दस्तावेज जैसे रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र, फिटनेस प्रमाणपत्र, और वैध ड्राइविंग लाइसेंस साथ रखने होंगे. दस्तावेज न होने पर भारी जुर्माना और ई-रिक्शा को सीज करने की कार्यवाही की जाएगी.
सीज किए गए वाहनों की चुनौती
आरटीओ और यातायात पुलिस के समक्ष एक बड़ी चुनौती यह है कि सीज किए गए ई-रिक्शा को रखने के लिए उचित जगह का अभाव है. इस समस्या के समाधान के लिए अभी तक कोई ठोस पहल नहीं की गई है, जिससे इस अभियान की प्रभावशीलता पर प्रश्न उठ रहे हैं.