School Holidays: देश के कई हिस्सों में इस बार सर्दी ने अपने प्रचंड रूप को दिखाया है. बढ़ती ठंड और गिरते तापमान को देखते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाने की घोषणा की है. अब स्कूल 31 जनवरी तक बंद रहेंगे. यह खबर बच्चों के लिए खुशी की सौगात लेकर आई है. वहीं अभिभावकों के लिए एक राहत भी है.
इसके साथ ही 2025 के लिए नया स्कूल अवकाश कैलेंडर भी जारी कर दिया गया है. इस बार के अवकाश कैलेंडर में कई नए और महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, जिनमें स्थानीय त्योहारों को विशेष महत्व दिया गया है.
सर्दियों की छुट्टियों का नया शेड्यूल
इस बार सर्दियों की छुट्टियां ऊंचाई के अनुसार तय की गई हैं ताकि हर क्षेत्र की ठंड के प्रभाव को ध्यान में रखा जा सके.
5000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए छुट्टी
- इन इलाकों में 37 दिन की लंबी छुट्टी दी गई है.
- 26 दिसंबर 2025 से 31 जनवरी 2026 तक स्कूल बंद रहेंगे.
- यह निर्णय बर्फीले क्षेत्रों में बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर लिया गया है.
5000 फीट से कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए छुट्टी
- इन स्कूलों में 1 जनवरी 2025 से 13 जनवरी 2025 तक शीतकालीन अवकाश रहेगा.
- इन इलाकों में ठंड का प्रभाव कम होने के कारण छुट्टियों की अवधि को सीमित रखा गया है.
इसका मतलब यह है कि अब बच्चों को ठंडी हवाओं और बर्फबारी की चिंता छोड़कर छुट्टियों का आनंद लेने का पूरा मौका मिलेगा.
ग्रीष्मकालीन अवकाश की नई व्यवस्था
- ठंड की तरह गर्मी के मौसम को भी ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने ग्रीष्मकालीन अवकाश को निर्धारित किया है.
- ऊंचे क्षेत्रों में गर्मी की छुट्टियां 20 जून 2025 से 30 जून 2025 तक ग्रीष्मकालीन अवकाश रहेगा.
- निचले क्षेत्रों के लिए अवकाश का समय 27 मई 2025 से 30 जून 2025 तक रहेगा.**
- इस नई व्यवस्था से छात्रों को अत्यधिक गर्मी से बचाव मिलेगा और पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आएगी.
प्रधानाचार्यों को मिली नई छूट
इस बार प्रधानाचार्यों को तीन दिन के विवेकाधीन अवकाश का अधिकार दिया गया है. हालांकि इन अवकाशों को लंबी छुट्टी के साथ नहीं जोड़ा जा सकता. इसके साथ ही इन छुट्टियों की जानकारी संबंधित शिक्षा अधिकारी को देनी होगी. यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि विद्यालयों में अनुशासन बना रहे और अवकाशों का सही उपयोग हो सके.
स्थानीय त्योहारों को प्राथमिकता
शिक्षा विभाग ने इस बार छुट्टियों के कैलेंडर में बड़ा बदलाव किया है. इस बार स्थानीय त्योहारों जैसे इगास बग्वाल और हरेला को विशेष महत्व दिया गया है.
स्थानीय त्योहारों पर छुट्टियों के फायदे
- बच्चों को अपनी संस्कृति से जुड़ने का मौका मिलेगा.
- त्योहारों की छुट्टियों से परिवारों को एक साथ समय बिताने का अवसर मिलेगा.
- स्थानीय परंपराओं के महत्व को बढ़ावा मिलेगा.
यह फैसला शिक्षा व्यवस्था को अधिक समावेशी और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
बच्चों और अभिभावकों के लिए बड़ी राहत
नए स्कूल अवकाश कैलेंडर के आने से बच्चे और अभिभावक पहले से ही अपनी योजनाएं बना सकेंगे.
बच्चों को मिलेगा पढ़ाई और आराम के बीच संतुलन
- नए कैलेंडर से बच्चों को पढ़ाई और आराम के लिए पर्याप्त समय मिलेगा.
- त्योहारों पर छुट्टी मिलने से वे अपनी परंपराओं को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे.
अभिभावकों को मिलेगा योजना बनाने में सहूलियत
- अब वे अपने पारिवारिक कार्यक्रमों को सही तरीके से प्लान कर सकते हैं.
- त्योहारों पर छुट्टी होने से परिवार एक साथ ज्यादा समय बिता सकेंगे.
छुट्टियों का उद्देश्य
शिक्षा विभाग के अनुसार अवकाश कैलेंडर को तैयार करने का मुख्य उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य और पढ़ाई के बीच सही तालमेल बनाना है.
सर्दियों में छुट्टियों का मकसद
- अत्यधिक ठंड से बच्चों की सेहत को बचाना.
- छात्रों को कड़ाके की सर्दी में स्कूल आने की परेशानी से मुक्त करना.
गर्मी में अवकाश का महत्व
- भीषण गर्मी में स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित होती है.
- गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए उचित समय पर छुट्टियां देना जरूरी है.
अभिभावकों को क्या फायदा होगा?
यह नया अवकाश कैलेंडर अभिभावकों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा.
- वे अपने परिवार के साथ त्योहारों का आनंद अच्छे से ले सकेंगे.
- बच्चों के लिए वे समय पर छुट्टी की योजना बना सकेंगे.
- लंबी छुट्टियों के दौरान बच्चों की पढ़ाई और अन्य गतिविधियों की योजना बनाने में आसानी होगी.
शिक्षा विभाग की सख्त हिदायत**
शिक्षा निदेशक ने स्कूल प्रशासन को निर्देश दिया है कि इस अवकाश योजना का पालन सख्ती से किया जाए.
- प्रधानाचार्यों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि छुट्टियों का सही उपयोग करें.
- किसी भी प्रकार की अनावश्यक छुट्टी नहीं दी जाएगी.
इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बच्चे पढ़ाई और अवकाश दोनों का पूरा लाभ उठा सकें.
बच्चों के लिए मस्ती, अभिभावकों के लिए योजना
2025 का यह नया अवकाश कैलेंडर बच्चों के लिए मस्ती और अभिभावकों के लिए सुविधाजनक योजना लेकर आया है.
- अब बच्चे छुट्टियों का भरपूर आनंद ले सकेंगे.
- पढ़ाई और मौज-मस्ती के बीच सही तालमेल रहेगा.
- त्योहारों की छुट्टियां मिलने से परिवार के साथ खास समय बिताने का मौका मिलेगा.
नए अवकाश कैलेंडर में क्या बदलाव हुए?
- लंबी सर्दियों की छुट्टियां: ठंडे इलाकों में अधिक आराम.
- गर्मी के हिसाब से ब्रेक: हर क्षेत्र में मौसम के अनुसार छुट्टियां.
- स्थानीय त्योहारों का सम्मान: संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए नए अवकाश.
- अभिभावकों को योजना बनाने की सुविधा: त्योहारों और छुट्टियों में संतुलन.