School Holidays: प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है. यह आयोजन 26 फरवरी 2025 तक चलेगा. जिसमें दुनियाभर से करोड़ों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं. आज 3 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर महाकुंभ में अमृत स्नान किया जा रहा है. इस दौरान श्रद्धालुओं का भारी जमावड़ा लगा हुआ है. जिससे प्रयागराज और आसपास के जिलों में भी भीड़ का दबाव बढ़ गया है.
प्रयागराज में स्कूलों की छुट्टी कब तक?
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने प्रयागराज में सुरक्षा के दृष्टिकोण से 5 फरवरी 2025 तक सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है. इस आदेश के तहत जिले के 8वीं तक के सभी बोर्ड के स्कूल, जिनमें परिषदीय, राजकीय, सहायता प्राप्त और अन्य बोर्ड से मान्यता प्राप्त अंग्रेजी एवं हिंदी माध्यम के स्कूल शामिल हैं. पूरी तरह से बंद रहेंगे. हालांकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन जारी रहेगा.
अयोध्या में भी स्कूल बंद, बच्चों की मौज
अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या बसंत पंचमी के बाद और बढ़ गई है. इसी को ध्यान में रखते हुए अयोध्या जिला प्रशासन ने भी स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है. जिला मजिस्ट्रेट चंद्र विजय सिंह ने घोषणा की है कि अयोध्या धाम और इसके आसपास के ब्लॉक्स में स्थित कक्षा 12वीं तक के सभी स्कूल 5 फरवरी 2025 तक बंद रहेंगे. प्रशासन के इस फैसले से बच्चों को एक अतिरिक्त अवकाश मिल गया है.
वाराणसी में भी स्कूलों की सरकारी छुट्टी
प्रयागराज महाकुंभ में गंगा स्नान और दर्शन के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु वाराणसी की ओर भी जा रहे हैं. वाराणसी में पहले से ही भीड़ थी. लेकिन महाकुंभ के कारण यह और अधिक बढ़ गई है. श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और ट्रैफिक को देखते हुए वाराणसी जिला मजिस्ट्रेट ने कक्षा 12वीं तक के सभी स्कूलों को 5 फरवरी 2025 तक बंद रखने का आदेश जारी किया है. अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बच्चों के स्कूल से अवकाश की पुष्टि अवश्य करें.
सुल्तानपुर में भी स्कूलों की छुट्टी घोषित
अयोध्या और प्रयागराज के बीच स्थित सुल्तानपुर जिले में भी महाकुंभ के प्रभाव को देखते हुए प्रशासन ने जरूरी कदम उठाए हैं. जिले के जिलाधिकारी कुमार हर्ष ने महाकुंभ 2025 के दौरान बसंत पंचमी पर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए 3 फरवरी से 5 फरवरी तक सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया है. इस घोषणा के अनुसार जिले के सभी बोर्ड के स्कूल 6 फरवरी 2025 से फिर से खुलेंगे. छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे स्कूल खुलने की पुष्टि करके ही बच्चों को भेजें.
महाकुंभ 2025 का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
महाकुंभ सिर्फ एक धार्मिक आयोजन ही नहीं बल्कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा भी है. इस आयोजन में दुनियाभर से संत, महात्मा और श्रद्धालु आकर स्नान करते हैं और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं. बसंत पंचमी के दिन किया जाने वाला अमृत स्नान विशेष महत्व रखता है. क्योंकि इस दिन संगम में स्नान करने से पुण्य लाभ की प्राप्ति मानी जाती है.
प्रशासन की ओर से भीड़ नियंत्रण के लिए उठाए गए कदम
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष इंतजाम किए हैं. प्रयागराज, अयोध्या, वाराणसी और सुल्तानपुर समेत अन्य जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने के लिए रूट डायवर्जन लागू किया गया है और रेलवे एवं बस स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन की विशेष व्यवस्था की गई है.
श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश
- महाकुंभ 2025 में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन ने कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं:
- स्नान करने के बाद स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां बरतें.
- श्रद्धालु अपने साथ पहचान पत्र अवश्य रखें.
- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें और उन्हें भीड़ से दूर रखें.
- पुलिस प्रशासन द्वारा बनाए गए हेल्प डेस्क से संपर्क में रहें.