School Holiday: अयोध्या शहर में महाकुंभ के चलते लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण, स्थानीय प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. इस बढ़ती भीड़ और इसके फलस्वरूप होने वाले जाम की स्थिति को देखते हुए, जिला मजिस्ट्रेट ने 14 फरवरी तक कक्षा 1 से लेकर 12 तक सभी बोर्ड के स्कूल और कॉलेज बंद करने के आदेश जारी किए हैं.
शिक्षा पर भारी पड़ती भीड़
अयोध्या में जारी इस धार्मिक समागम के दौरान, श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी अधिक है कि स्कूली वाहनों का चलना दूभर हो गया है. इस भीड़ के कारण न केवल स्कूल जाने वाले बच्चों को, बल्कि शिक्षकों को भी कई घंटों तक जाम में फंसे रहना पड़ रहा है. यह स्थिति न केवल शिक्षण कार्य में बाधा उत्पन्न कर रही है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा के लिए भी एक चिंता का विषय बनी हुई है.
अयोध्या में जाम की समस्या
महाकुंभ के परिणामस्वरूप, अयोध्या शहर के प्रवेश द्वार पर सोमवार से ही वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं. राम मंदिर और हनुमानगढ़ी की ओर जाने वाले मार्गों पर किलोमीटर लंबी लाइनें लगी हुई हैं, जिससे न केवल स्थानीय नागरिकों का जीवन प्रभावित हो रहा है, बल्कि पर्यटकों को भी काफी असुविधा हो रही है. लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज और अंबेडकर नगर को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया है, जिसके कारण यातायात बहुत धीमी गति से चल रहा है.
प्रशासन की कड़ी कार्रवाई
इस स्थिति को देखते हुए, डीएम ने शिक्षा विभाग के साथ सख्ती से पेश आने के निर्देश दिए हैं. स्कूलों को बंद करने का यह आदेश न केवल शैक्षणिक कार्यों की निर्बाध गतिविधि सुनिश्चित करने के लिए है, बल्कि यह छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा के लिए भी अनिवार्य कदम है. प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि इस आदेश का पालन करने में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए.
इस तरह, अयोध्या में महाकुंभ के दौरान बढ़ती भीड़ की चुनौतियों का सामना करते हुए, प्रशासन ने शिक्षा और यातायात की समस्याओं को प्राथमिकता देते हुए उचित कदम उठाए हैं. इस तरह के निर्णय न केवल वर्तमान समस्या का समाधान प्रदान करते हैं, बल्कि भविष्य में इस तरह की स्थितियों के लिए एक रणनीतिक पहल भी साबित होते हैं.