School Holidays: साल 2025 का दूसरा महीना शुरू हो चुका है और इसके साथ ही त्योहारों का सिलसिला भी शुरू होने वाला है. बच्चों से लेकर बड़े तक सभी को त्योहारों और छुट्टियों का बेसब्री से इंतजार रहता है. खासकर स्कूल, कॉलेज और सरकारी दफ्तरों में काम करने वालों के लिए यह एक राहत भरी खबर है. इस महीने की शुरुआत में ही लगातार दो दिनों की छुट्टी मिलने वाली है. जिससे लोग अपने परिवार के साथ त्योहारों का आनंद उठा सकेंगे.
फरवरी में कब मिलेगी छुट्टी?
अगर आप भी फरवरी महीने में छुट्टियों की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए फायदेमंद हो सकती है. 2 फरवरी 2025 को रविवार होने के कारण स्कूल, कॉलेज और सरकारी दफ्तर पहले से ही बंद रहेंगे. इसके अगले दिन, 3 फरवरी को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाएगा, जो कि कई राज्यों में सार्वजनिक अवकाश के रूप में घोषित किया जाता है. इस तरह, लोगों को लगातार दो दिनों की छुट्टी मिलेगी, जिसका वे भरपूर आनंद उठा सकते हैं.
किन राज्यों में मिलेगी बसंत पंचमी की छुट्टी?
बसंत पंचमी मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और ओडिशा में धूमधाम से मनाई जाती है. इन राज्यों में 3 फरवरी 2025 को सार्वजनिक अवकाश रहेगा. हालांकि, कुछ राज्यों में यह छुट्टी केवल शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी दफ्तरों तक ही सीमित रह सकती है, जबकि निजी संस्थानों और कंपनियों में यह अनिवार्य नहीं होगी.
2025 में कितनी सरकारी छुट्टियां रहेंगी?
सरकारी कर्मचारियों और छात्रों के लिए 2025 में कई महत्वपूर्ण छुट्टियां हैं. सरकारी कैलेंडर के अनुसार, इस साल छुट्टियों की सूची कुछ इस प्रकार है:
- जनवरी – 5 छुट्टियां
- फरवरी – 8 छुट्टियां
- मार्च – 9 छुट्टियां
- अप्रैल – 9 छुट्टियां
- मई – 7 छुट्टियां
- जून – 7 छुट्टियां
- जुलाई – 4 छुट्टियां
- अगस्त – 7 छुट्टियां
- सितंबर – 7 छुट्टियां
- अक्टूबर – 10 छुट्टियां
- नवंबर – 5 छुट्टियां
- दिसंबर – 6 छुट्टियां
इस साल अक्टूबर में सबसे अधिक 10 छुट्टियां मिलेंगी, जबकि जुलाई में सबसे कम 4 छुट्टियां निर्धारित हैं.
सरस्वती पूजा: विद्या और ज्ञान का पर्व
सरस्वती पूजा, जिसे बसंत पंचमी के रूप में भी जाना जाता है, भारत में विद्या, ज्ञान, संगीत और कला की देवी मां सरस्वती के सम्मान में मनाया जाता है. इसे हिंदू पंचांग के अनुसार माघ महीने की पंचमी तिथि को मनाया जाता है.
बसंत पंचमी क्यों मनाई जाती है?
यह त्योहार न केवल देवी सरस्वती की पूजा के लिए बल्कि वसंत ऋतु के आगमन के प्रतीक के रूप में भी मनाया जाता है. इस दिन लोग पीले वस्त्र पहनते हैं और देवी सरस्वती की पूजा-अर्चना करते हैं. खासतौर पर बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड में इस पर्व को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है.
बसंत पंचमी के दिन क्या-क्या किया जाता है?
- मां सरस्वती की पूजा: इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद मां सरस्वती की पूजा की जाती है.
- विद्या आरंभ: बहुत से माता-पिता इस दिन बच्चों की शिक्षा की शुरुआत (अक्षर लेखन) करवाते हैं.
- पीले रंग का महत्व: इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है, क्योंकि यह बसंत ऋतु का प्रतीक होता है.
- पक्षियों के लिए दान-पुण्य: लोग इस दिन चिड़ियों और गायों को अनाज खिलाते हैं, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
बसंत पंचमी पर खाने की खास चीजें
हर त्योहार की तरह बसंत पंचमी के दिन भी विशेष पकवान बनाए जाते हैं. इस दिन मुख्य रूप से पीले रंग के पकवान जैसे –
- केसरिया खीर
- बेसन के लड्डू
- हल्दी-चावल
- मीठे पूड़े
खासकर बिहार और उत्तर प्रदेश में इस दिन खिचड़ी खाने की परंपरा है.
फरवरी में छुट्टियों का सही इस्तेमाल कैसे करें?
अगर आपको फरवरी की इन दो छुट्टियों का फायदा उठाना है, तो आप कुछ शानदार योजनाएं बना सकते हैं:
- परिवार के साथ यात्रा करें: यह समय किसी धार्मिक या ऐतिहासिक स्थल पर जाने के लिए उपयुक्त हो सकता है.
- पढ़ाई और ज्ञानवर्धन का मौका: बच्चे इस समय का उपयोग नई किताबें पढ़ने या कुछ नया सीखने में कर सकते हैं.
- पिकनिक का आनंद लें: सर्दी के मौसम का यह अंतिम चरण होता है, इसलिए यह दोस्तों और परिवार के साथ पिकनिक मनाने का भी अच्छा समय हो सकता है.
- घर पर सरस्वती पूजा करें: अगर आप यात्रा पर नहीं जा रहे हैं, तो घर पर ही मां सरस्वती की पूजा कर सकते हैं और बच्चों को इस पर्व के महत्व के बारे में बता सकते हैं.