Public Holiday: उन्नाव जिले में आगामी 3 फरवरी 2025 को न्यायालय बंद रहेगा. जिला जज ने इस दिन अवकाश की घोषणा की है. यह आदेश उच्च न्यायालय इलाहाबाद के निर्देशानुसार जारी किया गया है. वर्ष 2025 में कई महत्वपूर्ण अवकाश ऐसे दिनों में आ रहे हैं, जो पहले से ही दूसरे शनिवार या रविवार को पड़ते हैं. जिससे कर्मचारियों को इनका लाभ नहीं मिल सकेगा. इसी वजह से इन अवकाशों के बदले अन्य दिनों में अतिरिक्त छुट्टियों की घोषणा की गई है.
महत्वपूर्ण अवकाश जो शनिवार या रविवार को पड़ रहे हैं
वर्ष 2025 में गणतंत्र दिवस 26 जनवरी रविवार को पड़ रहा है. इसी तरह रामनवमी 6 नवंबर और मोहर्रम 6 जुलाई को भी रविवार को ही पड़ रहा है. ऐसे में इन छुट्टियों का फायदा कर्मचारियों को नहीं मिल सकेगा.
जिला जज को पांच स्थानीय अवकाश घोषित करने का अधिकार
उच्च न्यायालय इलाहाबाद के निर्देशानुसार, जिला जज को पांच स्थानीय अवकाश घोषित करने का अधिकार दिया गया है. यदि कोई घोषित सार्वजनिक अवकाश शनिवार या रविवार को पड़ता है, तो इसके बदले में जिला जज को नए अवकाश घोषित करने की अनुमति दी गई है.
जिला जज द्वारा घोषित पांच स्थानीय अवकाश
उन्नाव जिला न्यायालय द्वारा वर्ष 2025 के लिए पांच स्थानीय अवकाश घोषित किए गए हैं. इनमें शामिल हैं:
- 3 फरवरी – बसंत पंचमी
- 15 मार्च – होली
- 30 सितंबर – दुर्गा अष्टमी
- 6 सितंबर – बारावफात
- 5 नवंबर – गुरु नानक जयंती (कार्तिक पूर्णिमा)
इसके अलावा कुछ राष्ट्रीय अवकाशों के स्थान पर अन्य तारीखों पर अवकाश की घोषणा की गई है:
- 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) के स्थान पर 22 अक्टूबर को अवकाश रहेगा.
- 6 अप्रैल (रामनवमी) के स्थान पर 23 अक्टूबर को अवकाश घोषित किया गया है.
- 6 जुलाई (मोहर्रम) के बदले अतिरिक्त अवकाश की घोषणा बाद में की जाएगी.
फरवरी में स्कूलों के लिए दो अवकाश घोषित
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज द्वारा जारी अवकाश सूची के अनुसार फरवरी महीने में स्कूलों के लिए दो प्रमुख अवकाश रहेंगे.
- 12 फरवरी – संत रविदास जयंती के अवसर पर सभी परिषद-नियंत्रित और मान्यता प्राप्त बेसिक विद्यालयों में छुट्टी रहेगी.
- 26 फरवरी – महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भी विद्यालयों में अवकाश रहेगा.
कर्मचारियों के लिए राहत
2025 में कई अवकाश शनिवार और रविवार को पड़ने के कारण कर्मचारियों को इनका लाभ नहीं मिल पा रहा है. इसे ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त अवकाश की घोषणा की गई है. इस कदम से कर्मचारियों को आराम करने और अपने पारिवारिक जीवन के साथ सामंजस्य बनाने का अवसर मिलेगा.
न्यायालय और शैक्षिक संस्थानों पर प्रभाव
न्यायालय में कार्यरत वकीलों, न्यायाधीशों और कर्मचारियों को इन अवकाशों का सीधा लाभ मिलेगा. वहीं बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को भी अतिरिक्त अवकाश प्राप्त होगा. इससे उन्हें धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में भाग लेने का अवसर मिलेगा.
अवकाश की नई सूची के अनुसार योजना बनाएं
सरकारी कर्मचारी, अधिवक्ता और स्कूलों के शिक्षक इन अवकाशों को ध्यान में रखकर अपनी कार्य योजना बना सकते हैं. इससे किसी भी महत्वपूर्ण कार्य की योजना बनाने में सहूलियत होगी.