RBI Bank Rules: अगर आप आज भी पैसों के लेन-देन के लिए चेक बुक का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको इससे जुड़े हर नियम की सही जानकारी होना जरूरी है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक दावा तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि अगर आप चेक को काले पेन से भरते हैं या उस पर साइन करते हैं तो वह चेक क्लियर नहीं होगा। यह दावा सुनने में भले ही गंभीर लगे, लेकिन क्या यह सच है ? आइए इस खबर की तह तक चलते हैं और जानते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से इस विषय में क्या कहा गया है।
सोशल मीडिया पर फैली अफवाह सिर्फ नीले पेन का ही करें इस्तेमाल ?
ट्विटर (अब X), फेसबुक और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म्स पर एक फेक मैसेज वायरल हुआ, जिसमें लिखा था:
“चेक को सिर्फ नीले पेन से ही भरें और साइन करें। अगर आप काले पेन से साइन करेंगे, तो चेक रिजेक्ट हो जाएगा। यह RBI का नया नियम है।“
इस मैसेज में यह भी कहा गया कि बैंकों को RBI ने निर्देश दिया है कि काले पेन से लिखे गए चेक स्कैन नहीं होंगे और क्लियरिंग में रिजेक्ट हो जाएंगे।
लेकिन क्या वाकई ऐसा कोई नियम आया है ? जवाब है – नहीं।
PIB फैक्ट चेक ने किया खुलासा यह दावा पूरी तरह फर्जी है
सरकार की अधिकृत संस्था PIB (Press Information Bureau) के फैक्ट चेक विंग ने इस वायरल मैसेज की सच्चाई जांची और ट्वीट करते हुए साफ किया कि:
“RBI ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया है कि काले पेन से लिखे या साइन किए गए चेक रिजेक्ट किए जाएंगे। यह दावा फर्जी है।“
— PIB Fact Check
इस बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया कि काले पेन से चेक भरने या साइन करने पर किसी प्रकार की रोक या समस्या नहीं है।
RBI के नियम क्या कहते हैं ?
RBI ने 31 अक्टूबर 2022 को Cheque Truncation System (CTS) से जुड़े एक निर्देश में स्पष्ट किया था कि चेक की स्कैनिंग के लिए तीन प्रकार की इमेज ली जाती हैं:
- फ्रंट इमेज (Gray Scale में)
- रियर इमेज (Gray Scale में)
- फ्रंट इमेज (Black and White में)
इसका उद्देश्य चेक के विवरण को बेहतर ढंग से स्कैन और क्लियर करना होता है। पेन के रंग को लेकर RBI ने कहीं भी कोई रोक नहीं लगाई है। यानी आप नीले या काले किसी भी स्थायी इंक वाले पेन का उपयोग कर सकते हैं।
तो चेक भरते समय किन बातों का रखें ध्यान ?
RBI ने चेक से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण गाइडलाइंस जारी की हैं जिन्हें हर उपभोक्ता को पालन करना चाहिए:
✅ पर्मानेंट इंक पेन का करें इस्तेमाल
- नीला या काला दोनों चलेंगे
- जेल पेन, बॉल पेन या फाउंटेन पेन – लेकिन पर्मानेंट इंक होना चाहिए
✅ सभी डिटेल साफ-साफ और स्पष्ट लिखें
- अंकों और शब्दों को सही तरीके से भरें
- जगह खाली न छोड़ें जिससे कोई छेड़छाड़ न हो सके
✅ सही जगह करें सिग्नेचर
- सिग्नेचर ओवरलैप न हो
- सिग्नेचर बैंक में पहले से जमा सिग्नेचर से मेल खाना चाहिए
✅ डेट, पेई का नाम और अमाउंट फुल भरें
- बिना काट-छांट के स्पष्ट जानकारी दें
- ‘या धारक’ हटाना चाहें तो दो लाइन से काट दें और साइन करें
क्यों फैलाई जाती हैं ऐसी अफवाहें ?
फाइनेंस और बैंकिंग जैसे गंभीर विषयों को लेकर जब सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलती हैं, तो कई लोग भ्रम और डर का शिकार हो जाते हैं। ऐसी अफवाहें अक्सर:
- आम लोगों की जानकारी की कमी का फायदा उठाकर
- किसी पुराने नियम या सिस्टम का गलत हवाला देकर
- जानबूझकर गुमराह करने के लिए चलाई जाती हैं
यही कारण है कि जरूरी है आप हर ऐसी जानकारी को सरकारी सोर्स या बैंक की वेबसाइट से वेरिफाई करें।
बैंक भी कर चुके हैं स्पष्ट
देश के कई प्रमुख बैंकों ने भी अपने ग्राहकों को भरोसा दिलाया है कि काले पेन से लिखे गए चेक क्लियर करने में कोई तकनीकी या कानूनी अड़चन नहीं है। हां, यह जरूर जरूरी है कि पेन पर्मानेंट इंक वाला हो और लिखावट स्पष्ट हो।
सावधानी रखें लेकिन अफवाहों पर न जाएं
काले पेन से चेक भरने या साइन करने पर कोई पाबंदी नहीं है। RBI की ओर से ऐसा कोई निर्देश नहीं जारी किया गया है। आप चाहें तो नीले या काले – दोनों पेन से चेक भर सकते हैं। ध्यान रखें:
- पेन परमानेंट होना चाहिए
- सभी जानकारियां स्पष्ट हों
- अफवाहों पर भरोसा करने से पहले उसे वेरिफाई जरूर करें