March Bank Holiday: यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बैनर तले देशभर के बैंक कर्मचारी मार्च 2025 में दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल की तैयारी में हैं. इस हड़ताल का आयोजन 24 और 25 मार्च को होगा, जिससे पूर्व और बाद के दिनों को मिलाकर बैंक लगातार चार दिनों तक बंद रह सकते हैं. इस आंदोलन का मुख्य कारण बैंक कर्मचारियों की विभिन्न लंबित मांगों की अनदेखी है.
आंदोलन की शुरुआत और प्रमुख घटनाएँ
बैंक कर्मचारियों का यह आंदोलन 28 फरवरी से शुरू होगा जहां वे काले बैज पहनकर काम करेंगे. 3 मार्च को दिल्ली में संसद भवन के सामने धरना (Protest at Parliament) दिया जाएगा. इसके बाद, विभिन्न चरणों में आंदोलन और भी तेज होगा जिसमें 7 और 11 मार्च को देश भर में प्रदर्शन होंगे और 21 मार्च को एक बड़ी रैली निकाली जाएगी.
बैंकिंग सेवाओं पर असर
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कमेटी के संगठन सचिव राजेश पसरीजा के अनुसार, यदि सरकार और बैंक प्रबंधन ने मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया तो हड़ताल अनिवार्य होगी. इस हड़ताल के कारण बैंक चार दिनों तक बंद रहेंगे, जिससे ग्राहकों को अपने जरूरी बैंकिंग कार्यों में काफी परेशानी (Banking Disruption) हो सकती है.
बैंक कर्मचारियों की मांगें
बैंक कर्मचारियों की प्रमुख मांगें में शामिल हैं: 5 दिवसीय कार्य सप्ताह का लागू होना, सभी अस्थायी कर्मचारियों को नियमित करना, सभी कैडरों में पर्याप्त भर्ती, और नौकरी की सुरक्षा (Job Security) सुनिश्चित करना. इसके अलावा, वित्तीय सेवा विभाग के हालिया परफॉर्मेंस समीक्षा और प्रोत्साहन से जुड़े निर्देशों को वापस लेने की मांग की जा रही है.
अन्य मांगों और जनता पर असर
बैंक कर्मचारियों की अन्य मांगों में शामिल हैं: कर्मचारी सुरक्षा और कल्याणकारी लाभ को बढ़ाना, ग्रेच्युटी की सीमा को 25 लाख तक बढ़ाने और आयकर से मुक्त करने की मांग. इस हड़ताल का असर आम जनता पर भी पड़ेगा, क्योंकि बैंकिंग सेवाएं चार दिनों तक प्रभावित रहेंगी, जिससे उनके दैनिक जीवन पर असर पड़ सकता है.