Bank Holidays: भारतीय बैंक परिसंघ (IBA) और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के बीच 2015 में हुआ समझौता बैंक कर्मचारियों के कार्य जीवन में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन लेकर आया था. इस समझौते के अनुसार, महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को बैंक कर्मचारियों को छुट्टी दी जाने का नियम लागू हुआ था. इससे कर्मचारियों को अपनी निजी जिंदगी और पेशेवर जिम्मेदारियों के बीच बेहतर संतुलन बनाने में मदद मिली.
फाइव डे वर्किंग की दिशा में बढ़ते कदम
बैंक कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही मांग की दिशा में आखिरकार प्रगति होती दिख रही है. बैंक कर्मचारियों और IBA के बीच हाल ही में हुई चर्चाओं में यह सहमति बनी कि अब हर शनिवार को छुट्टी दी जाएगी, जिससे उन्हें दो दिन की साप्ताहिक छुट्टी मिल सके. यह बदलाव न केवल कर्मचारियों के लिए बल्कि बैंकिंग सेक्टर के लिए भी एक बड़ा सुधार साबित होगा.
आईबीए और कर्मचारियों के बीच बनी सहमति
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय बैंक परिसंघ और बैंक कर्मचारियों के संगठनों में यह सहमति बनी है कि बैंक कर्मचारियों को महीने में अब आठ दिन की छुट्टी मिलेगी, जिससे उनकी कार्यशैली में सुधार आएगा. यह निर्णय उनके काम की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाने में सहायक होगा.
सरकारी अंतिम मंजूरी का इंतजार
अब केवल सरकारी मंजूरी की दरकार है. इस मंजूरी के मिलते ही बैंकों में दो दिन की छुट्टी लागू कर दी जाएगी. यह फैसला इसी साल में लागू हो सकता है, जिसका बैंक कर्मचारी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
आरबीआई की अनुमति की आवश्यकता
हालांकि, इस समझौते को आखिरी रूप देने के लिए आरबीआई की अनुमति अत्यावश्यक है. आरबीआई बैंकिंग क्षेत्र की नियामक संस्था है और उसकी सहमति के बिना कोई भी महत्वपूर्ण बदलाव लागू नहीं हो सकता.
बैंकों का समय भी बदलेगा
यदि यह मांग मंजूर हो जाती है, तो बैंकों के कार्य समय में भी बदलाव होगा. बैंक सुबह 9:45 बजे खुलेंगे और शाम 5:30 बजे तक काम करेंगे. यह परिवर्तन बैंकिंग क्षेत्र में अधिक प्रभावी और कुशल सेवाएं प्रदान करने में मदद करेगा, जिससे ग्राहक संतुष्टि भी बढ़ेगी.
इस निर्णय के लागू होने से न केवल बैंक कर्मचारियों का जीवन सुधरेगा, बल्कि यह बैंकिंग सेक्टर को भी एक नई दिशा प्रदान करेगा, जिससे उनकी सेवाएं और भी बेहतर हो सकेंगी.