Beer Price: तेलंगाना में बीयर कंपनियों के लिए कीमतें बढ़ाने की तैयारी चल रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सरकार बीयर की कीमतों में बदलाव पर विचार कर रही है. हालांकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि सरकार इस वृद्धि को ग्राहकों तक पहुंचाएगी या नहीं. सूत्रों के मुताबिक कीमतों में बदलाव से जुड़ी समिति की रिपोर्ट तैयार हो चुकी है और इस पर जल्द ही अंतिम निर्णय लिया जा सकता है.
मुख्यमंत्री के पास जाएगी फाइल
तेलंगाना सरकार जल्द ही बीयर की नई कीमतों पर फैसला ले सकती है. सूत्रों के अनुसार इस संबंध में बनी फाइल मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को भेजी जाएगी. कैबिनेट बैठक के बाद इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा. बीयर की कीमतें कितनी बढ़ेंगी. यह सरकार के निर्णय पर निर्भर करेगा.
बीयर कंपनियों की मांग
राज्य में बीयर सप्लाई करने वाली कंपनियों ने सरकार से कीमतों में 20 से 33 फीसदी तक की वृद्धि करने की मांग की है. हालांकि सरकार इतनी बड़ी वृद्धि को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है. इससे संकेत मिलता है कि सरकार कंपनियों की मांग पर आंशिक रूप से ही विचार कर सकती है.
तेलंगाना में बीयर सप्लाई करने वाली प्रमुख कंपनियां
तेलंगाना के बीयर बाजार में कई प्रमुख कंपनियां काम कर रही हैं. जिनमें मुख्य रूप से ये शामिल हैं:
यूनाइटेड ब्रुअरीज लिमिटेड (United Breweries Ltd.)
- यह कंपनी किंगफिशर ब्रांड की बीयर बनाती है.
- तेलंगाना के बीयर बाजार में इसकी हिस्सेदारी लगभग 70% है.
कार्ल्सबर्ग (Carlsberg)
- एक अंतरराष्ट्रीय ब्रुअरी कंपनी, जो भारत के कई राज्यों में अपनी बीयर की आपूर्ति करती है.
एबी इनबेव (AB InBev)
- यह दुनिया की सबसे बड़ी ब्रुअरी कंपनियों में से एक है.
- तेलंगाना में इसके कई प्रसिद्ध ब्रांड्स उपलब्ध हैं.
पर्नो रिकार्ड (Pernod Ricard)
- यह मुख्य रूप से व्हिस्की और अन्य शराब उत्पादों के लिए जानी जाती है.
- तेलंगाना में इसकी भी उपस्थिति है.
तेलंगाना में बीयर की बढ़ती मांग
तेलंगाना में बीयर की मांग साल-दर-साल बढ़ रही है. गर्मियों के मौसम में खासकर इसकी खपत काफी ज्यादा हो जाती है. राज्य सरकार के लिए बीयर बिक्री से टैक्स का अच्छा खासा रेवेन्यू आता है. इसलिए कीमतों में बढ़ोतरी का फैसला सोच-समझकर लिया जाएगा.
उपभोक्ताओं पर असर
- अगर बीयर की कीमतें बढ़ती हैं, तो इसका सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा.
- घरेलू बजट पर प्रभाव: जो लोग नियमित रूप से बीयर खरीदते हैं, उनके मासिक खर्च में बढ़ोतरी हो सकती है.
- युवा वर्ग पर प्रभाव: कॉलेज और ऑफिस जाने वाले युवा इस मूल्य वृद्धि से प्रभावित हो सकते हैं.
- होटल और रेस्टोरेंट इंडस्ट्री पर असर: होटल और बार मालिकों को भी नई कीमतों के अनुसार बदलाव करना होगा.