Fastag New Rule: भारत में हाईवे पर यात्रा को आसान और अधिक सुविधाजनक बनाने की दिशा में लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. FASTag जो एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है को पहले ही देश भर के टोल प्लाजाओं पर लागू किया जा चुका है. इसने टोल प्लाजा पर लगने वाली भीड़ को काफी हद तक कम किया है और यात्रियों का समय बचाने में मदद की है. हालांकि नई समस्याएं और चुनौतियां भी सामने आई हैं जिनसे निपटने के लिए नैशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने हाल ही में कुछ महत्वपूर्ण नियमों में संशोधन किया है.
FASTag की आवश्यकता और इसके परिणाम
FASTag की सुविधा शुरू करने का मुख्य उद्देश्य यात्रा को तेज और अधिक सुविधाजनक बनाना है. यह रेडियो-फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक पर आधारित है जो वाहनों को टोल प्लाजा पर रुके बिना टोल भुगतान करने की अनुमति देता है. इससे ट्रैफिक जाम में कमी आई है और ईंधन की खपत भी घटी है. लेकिन अब फास्टैग में बैलेंस कम होने पर उपभोक्ताओं को दोगुना चार्ज देना पड़ सकता है जो कि अनुचित है.
17 फरवरी 2025 से लागू होने वाले नए नियम
नैशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने 28 जनवरी 2025 को एक सर्कुलर जारी किया था जिसमें FASTag बैलेंस वैलिडेशन के नए नियमों का वर्णन किया गया था. इन नियमों के अनुसार, अगर आपका FASTag ब्लैकलिस्ट में आ जाता है तो आपके पास इसे ठीक करने के लिए अब अधिक समय होगा. ये नियम 17 फरवरी से लागू होंगे.
नए नियमों की विशेषताएं
नई व्यवस्था के तहत जब आप टोल प्लाजा से गुजरते हैं और अगर आपका FASTag ब्लैकलिस्टेड हो गया है तो आपके ट्रांजैक्शन की जांच विशेष समय सीमा के अंदर की जाएगी. अगर आपका टैग रीडर के पढ़ने के समय से 60 मिनट पहले से लेकर 10 मिनट बाद तक एक्टिव नहीं है तो आपका पेमेंट डिक्लाइन हो जाएगा.
FASTag के ब्लैकलिस्ट होने के बाद के परिणाम
फास्टैग में वाहनों की स्थिति दो प्रकार की हो सकती है—व्हाइटलिस्टेड और ब्लैकलिस्टेड. अगर आपका फास्टैग किसी कारणवश ब्लैकलिस्ट में आ जाता है जैसे कि लो बैलेंस, केवाईसी अपडेट न होना, या गाड़ी के चेसिस और रजिस्ट्रेशन नंबर में गड़बड़ी तो आपके पास इसे ठीक करने के लिए कुल 70 मिनट का समय होगा. रिचार्ज और अपडेट के बाद आपका फास्टैग फिर से एक्टिव हो जाएगा, लेकिन टोल प्लाजा पर इस जानकारी को अपडेट होने में 20 मिनट तक का समय लग सकता है.
इस तरह FASTag सिस्टम में नए नियमों के लागू होने से यात्रियों को अधिक सहूलियत मिलेगी और उनके समय की बचत होगी. इससे न केवल यात्रा अधिक सुखद होगी, बल्कि टोल प्लाजा पर अनावश्यक रुकावटों में भी कमी आएगी.