8th Class Board Exam: पंजाब बोर्ड की आठवीं कक्षा की फरवरी-मार्च 2025 की बोर्ड परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन में संशोधन को लेकर एक अहम खबर सामने आई है. इस बार रजिस्ट्रेशन में संशोधन करने के लिए पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने हार्ड कॉपी की मांग की थी, जिसके कारण हजारों अध्यापकों और स्कूल प्रिंसिपलों को मानसिक और आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ा. यह मामला जब सामने आया तो डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ) ने इसे बड़े पैमाने पर उठाया और इस पर कार्रवाई की मांग की.
डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट का विरोध और समाधान
डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया और पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव, प्रलीन कौर बराड़ से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान डीटीएफ का एक प्रतिनिधिमंडल, जिसकी अगुवाई प्रदेश अध्यक्ष विक्रम देव सिंह ने की. प्रदेश अध्यक्ष ने बोर्ड के अधिकारियों से ज्ञापन सौंपा और हार्ड कॉपी की मांग को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की. संगठन ने बोर्ड से आग्रह किया कि ऑनलाइन प्रक्रिया को बढ़ावा दिया जाए और हार्ड कॉपी की आवश्यकता को समाप्त किया जाए. ताकि शिक्षकों और स्कूलों पर अतिरिक्त दबाव न पड़े.
पंजाब शिक्षा बोर्ड ने त्वरित कदम उठाया
इस बैठक के बाद पंजाब शिक्षा बोर्ड ने त्वरित कदम उठाते हुए इस मुद्दे का समाधान किया. सचिव प्रलीन कौर बराड़ ने बोर्ड अधिकारियों को निर्देशित किया कि हार्ड कॉपी की बजाय ऑनलाइन संशोधन फार्म तैयार किया जाए. इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया कि अब शिक्षकों और स्कूलों को हार्ड कॉपी पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड में भेजने के लिए मोहाली आने की आवश्यकता नहीं होगी. इसके बजाय सभी संशोधन फार्म ऑनलाइन भरे जाएंगे और ईमेल के जरिए भेजे जा सकेंगे.
सचिव ने यह भी कहा कि अब संशोधन फार्म को बिना किसी फीस के 31 जनवरी 2025 तक बोर्ड के आधिकारिक ईमेल पर भेजा जा सकता है. इससे न केवल शिक्षकों को राहत मिलेगी. बल्कि यह प्रक्रिया भी सरल और सुलभ हो जाएगी.
शिक्षकों और प्रिंसिपलों के लिए राहत की खबर
इस बदलाव के बाद, शिक्षकों और स्कूल प्रिंसिपलों को बड़ी राहत मिली है. पहले जहां उन्हें मोहाली आकर हार्ड कॉपी जमा करनी होती थी. वहीं अब वे इसे ऑनलाइन कर सकते हैं. इस कदम से न केवल समय की बचत होगी. बल्कि यात्रा से जुड़ी आर्थिक परेशानियां भी दूर होंगी. डीटीएफ ने इस बदलाव का स्वागत किया और इसे शिक्षकों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम बताया. अब हर शिक्षक और स्कूल प्रिंसिपल को यह काम घर बैठे और बिना किसी अतिरिक्त खर्च के पूरा करने का मौका मिलेगा.
बोर्ड द्वारा जारी नोटिस और नई प्रक्रिया
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने इस बदलाव को लेकर एक नोटिस जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि संशोधन फार्म को अब ऑनलाइन भरा जा सकेगा. इस नोटिस में बोर्ड की आधिकारिक ईमेल आईडी भी दी जाएगी, जिससे सभी शिक्षकों को जानकारी मिल सकेगी. इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया है कि अब किसी भी शिक्षक को मोहाली आने की आवश्यकता नहीं होगी. इस बदलाव के बाद केवल ईमेल के जरिए फार्म भेजने की प्रक्रिया अनिवार्य होगी.
डीटीएफ प्रतिनिधिमंडल की बैठक में मुख्य सदस्य
इस बैठक में डीटीएफ के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम देव सिंह के अलावा, पटियाला के नेता भजन सिंह नौरा और मनोज कुमार शर्मा भी शामिल थे. उन्होंने बोर्ड अधिकारियों से इस मामले को लेकर चर्चा की और शिक्षकों की परेशानियों को सही तरीके से उठाया. डीटीएफ ने इस फैसले का स्वागत किया और इसे शिक्षकों और स्कूलों के लिए एक सकारात्मक बदलाव बताया.
यह कदम क्यों था जरूरी?
यह कदम इसीलिए जरूरी था क्योंकि शिक्षकों और प्रिंसिपलों को पहले हर बार संशोधन के लिए मोहाली आकर हार्ड कॉपी जमा करनी पड़ती थी. जिससे उन्हें न केवल समय और ऊर्जा की बर्बादी होती थी, बल्कि यात्रा के खर्चे भी बढ़ जाते थे. ऐसे में शिक्षकों को यह महसूस होता था कि उनके काम में कोई सुविधा नहीं दी जा रही है. इसके अलावा कोरोना महामारी के चलते ऑनलाइन प्रक्रियाओं को अपनाने की आवश्यकता और भी बढ़ गई थी. ताकि शिक्षकों और छात्रों को किसी भी प्रकार की मुश्किल का सामना न करना पड़े.