School Holiday Update: हरियाणा में शिक्षा विभाग ने सर्दियों की छुट्टियों के लिए 15 जनवरी 2025 तक का अवकाश घोषित किया था. लेकिन प्रदेश में बढ़ती ठंड और गिरते तापमान को देखते हुए अब यह चर्चा जोरों पर है कि छुट्टियों को और बढ़ाया जा सकता है. यह निर्णय खासतौर पर बच्चों की सुरक्षा और उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया जा रहा है.
कड़ाके की ठंड ने बढ़ाई मुश्किलें
हाल ही में हुई बारिश के बाद हरियाणा में ठंड का प्रकोप और तेज हो गया है. राज्य के कई जिलों में न्यूनतम तापमान बेहद नीचे गिर गया है. ऐसे मौसम में स्कूली बच्चों का बाहर निकलना उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. खासकर छोटे बच्चों के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है, क्योंकि ठंड से बीमार पड़ने की संभावना अधिक होती है.
छुट्टियों पर संशय, जिला उपायुक्त को मिल सकती है पावर
मौजूदा हालात को देखते हुए, शिक्षा विभाग छुट्टियों को लेकर अंतिम निर्णय जिला उपायुक्तों को सौंप सकता है. यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि हर जिले में स्थानीय मौसम और परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया जा सके. उपायुक्त अपने जिले की ठंड के अनुसार स्कूल खोलने या छुट्टियां बढ़ाने पर फैसला ले सकते हैं.
अभिभावकों की मांग, बच्चों की सुरक्षा पर जोर
अभिभावक लगातार प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए. उन्होंने शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन से अनुरोध किया है कि सर्दी के इस कड़ाके के दौर में छुट्टियां बढ़ाई जाएं. उनका मानना है कि ठंड के इस मौसम में बच्चों का स्कूल जाना उनके स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का भी मानना है कि ऐसे मौसम में बच्चों को ठंड से बचाना जरूरी है. ठंड में लंबे समय तक बाहर रहने से बच्चों में सर्दी-जुकाम, बुखार और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. विशेषज्ञों ने स्कूल प्रशासन और अभिभावकों से बच्चों को गर्म कपड़ों का उपयोग करने और ठंड से बचाने के उपाय अपनाने की सलाह दी है.
संभावित घोषणा जल्द
खबरों के मुताबिक, जिला उपायुक्तों को इस विषय पर निर्णय लेने की पूरी आजादी दी जा सकती है. यदि ठंड का प्रभाव इसी तरह बना रहा, तो स्कूलों की छुट्टियों को बढ़ाने की आधिकारिक घोषणा जल्द की जा सकती है. यह फैसला न केवल बच्चों की सुरक्षा बल्कि उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा.
बच्चों की पढ़ाई और सुरक्षा के बीच संतुलन
स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाने से बच्चों की पढ़ाई पर थोड़ा असर पड़ सकता है, लेकिन बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना आवश्यक है. शिक्षा विभाग ने पहले ही डिजिटल माध्यम से पढ़ाई को बढ़ावा देने के विकल्प सुझाए हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई जारी रखी जा सके.
स्कूल प्रबंधन की भूमिका
स्कूल प्रबंधन को भी इस परिस्थिति में बच्चों की सुरक्षा के लिए अपनी भूमिका निभानी होगी. यदि स्कूल खोले जाते हैं, तो यह सुनिश्चित करना होगा कि बच्चों को गर्म वातावरण मिले और उनकी सेहत पर कोई असर न पड़े. स्कूल प्रबंधन को यह भी सलाह दी गई है कि वे ठंड के मौसम में बच्चों को सुबह जल्दी बुलाने से बचें.