BSNL Network Access: देश में मोबाइल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को नेटवर्क की परेशानी से राहत दिलाने के लिए टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) ने इंट्रा सर्किल रोमिंग (ICR) सर्विस शुरू की है. यह सुविधा जियो, एयरटेल और बीएसएनएल जैसे प्रमुख टेलीकॉम ऑपरेटरों के यूजर्स को बिना नेटवर्क के भी कॉल करने की सुविधा देगी.
इंट्रा सर्किल रोमिंग (ICR) से कैसे मिलेगा फायदा?
पहले मोबाइल यूजर्स केवल अपने टेलीकॉम ऑपरेटर (TSP) के टावरों के माध्यम से ही कॉल और इंटरनेट सेवाओं का लाभ ले सकते थे. लेकिन अब ICR सर्विस के माध्यम से किसी भी उपलब्ध नेटवर्क पर कनेक्टिविटी संभव होगी. उदाहरण के लिए, यदि किसी इलाके में बीएसएनएल का नेटवर्क नहीं है लेकिन एयरटेल का टावर मौजूद है, तो बीएसएनएल यूजर्स एयरटेल टावर का उपयोग करके अपनी सेवाएं जारी रख सकेंगे.
DBN फंडेड टावर: कनेक्टिविटी का नया आधार
इस नई सेवा को सफल बनाने के लिए सरकार ने DBN (डिजिटल ब्रॉडबैंड नेटवर्क) द्वारा फंडेड टावरों का इस्तेमाल किया है.
- क्या हैं DBN फंडेड टावर?
ये ऐसे टावर हैं जिन्हें भारत सरकार ने विशेष रूप से उन क्षेत्रों में कनेक्टिविटी सुधारने के लिए स्थापित किया है जहां नेटवर्क की कमी है. - लाभ:
- ग्रामीण इलाकों में बेहतर नेटवर्क.
- हर टेलीकॉम कंपनी को हर क्षेत्र में टावर लगाने की आवश्यकता नहीं.
- ऑपरेटरों की परिचालन लागत में कमी.
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की शुरुआत
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस सेवा की शुरुआत करते हुए इसे डिजिटल कनेक्टिविटी की दिशा में एक बड़ा कदम बताया. उन्होंने कहा कि यह सुविधा खासतौर पर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में नेटवर्क की समस्याओं को हल करेगी. इसके साथ ही, संचार साथी मोबाइल ऐप और राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन 2.0 भी लॉन्च किए गए, जिससे डिजिटल सुविधाओं को और सशक्त बनाया जा सके.
35,400 गांवों में पहुंचेगी 4G कनेक्टिविटी
टेलीकॉम डिपार्टमेंट के मुताबिक, यह सेवा भारत के 35,400 से अधिक गांवों में 27,000 से ज्यादा DBN फंडेड टावरों के माध्यम से 4G कनेक्टिविटी प्रदान करेगी. इस पहल का उद्देश्य उन इलाकों में डिजिटल सेवाएं उपलब्ध कराना है, जहां अब तक नेटवर्क पहुंचाना मुश्किल था.
ग्रामीण और दूरदराज इलाकों में सुधार
ग्रामीण इलाकों में अक्सर नेटवर्क की कमी होती है, जिससे लोग कॉल या इंटरनेट सेवाओं का उपयोग नहीं कर पाते. ICR सर्विस के माध्यम से यह समस्या हल हो जाएगी. अब गांवों के लोग बिना नेटवर्क की चिंता किए कॉल और इंटरनेट सेवाओं का उपयोग कर सकेंगे.
टेलीकॉम ऑपरेटरों के लिए फायदेमंद
इस सुविधा से न केवल यूजर्स को फायदा होगा, बल्कि टेलीकॉम ऑपरेटरों के लिए भी यह आर्थिक रूप से फायदेमंद साबित होगी.
- हर क्षेत्र में अलग-अलग टावर लगाने की जरूरत नहीं.
- परिचालन लागत में कमी.
- बेहतर सेवाओं से ग्राहक संतुष्टि में वृद्धि.
टेलीकॉम एक्ट 2023 का महत्वपूर्ण योगदान
यह सुविधा टेलीकॉम एक्ट 2023 के तहत संभव हुई है. इस एक्ट का उद्देश्य कम सर्विस वाले इलाकों में नेटवर्क को सुदृढ़ करना और डिजिटल इंडिया के विज़न को पूरा करना है. DBN फंड इसी एक्ट के तहत स्थापित किया गया था, जो अब इस सुविधा को सफल बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है.
डिजिटल सेवाओं को मिलेगा बढ़ावा
ICR सुविधा और DBN फंडेड टावरों के माध्यम से डिजिटल सेवाओं का विस्तार होगा. ग्रामीण और दूरदराज के लोग अब ऑनलाइन बैंकिंग, ई-लर्निंग और अन्य डिजिटल सेवाओं का आसानी से उपयोग कर सकेंगे.
क्या हैं ICR की मुख्य विशेषताएं?
- सभी ऑपरेटरों के लिए समान सुविधा: जियो, एयरटेल और बीएसएनएल के ग्राहक लाभ ले सकते हैं.
- ग्रामीण इलाकों में फोकस: खासतौर पर उन क्षेत्रों में नेटवर्क सुविधा जहां अब तक सेवाएं सीमित थीं.
- परिचालन लागत में कमी: ऑपरेटरों को हर क्षेत्र में टावर लगाने की जरूरत नहीं.
- सीमलेस कनेक्टिविटी: बिना नेटवर्क के भी कॉल और इंटरनेट सेवा का उपयोग.
ग्राहकों को कैसे मिलेगा फायदा?
- सिग्नल की समस्या नहीं: अब आप किसी भी नेटवर्क से जुड़ सकते हैं, भले ही आपके ऑपरेटर का टावर उस इलाके में न हो.
- डिजिटल सुविधाओं की उपलब्धता: ऑनलाइन सेवाओं का अधिकतम लाभ उठाने का मौका.
- बेहतर सेवा अनुभव: ग्रामीण क्षेत्रों में भी शहरों जैसी कनेक्टिविटी.