Public Holidays: बैतूल जिले के कलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने वर्ष 2025 के लिए तीन स्थानीय अवकाश घोषित किए हैं. इन अवकाशों को जिले की परंपरा और सांस्कृतिक महत्व को ध्यान में रखते हुए चुना गया है. हालांकि, ये अवकाश कोषालय और उप-कोषालय पर लागू नहीं होंगे. आइए जानते हैं इन तीन अवकाशों की पूरी जानकारी और उनके महत्व के बारे में.
19 मार्च 2025 पहला स्थानीय अवकाश
बैतूल जिले में 19 मार्च 2025 को रंग पंचमी के अवसर पर स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है. रंग पंचमी होली के पांचवें दिन मनाई जाती है और इसे भारतीय संस्कृति में रंगों और उत्सव का प्रतीक माना जाता है.
- महत्व: रंग पंचमी मध्य प्रदेश और विशेष रूप से बैतूल जिले में पारंपरिक ढंग से मनाई जाती है. इस दिन लोग एक-दूसरे पर रंग डालते हैं और आनंदित होते हैं.
- सांस्कृतिक प्रभाव: यह त्योहार समाज में आपसी प्रेम, भाईचारे और सौहार्द का संदेश देता है. अवकाश के माध्यम से लोगों को अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस त्योहार को मनाने का अवसर मिलेगा.
2 जुलाई 2025 दूसरा स्थानीय अवकाश
मां ताप्ती जन्मोत्सव के अवसर पर 2 जुलाई 2025 को बैतूल जिले में दूसरा स्थानीय अवकाश रहेगा. मां ताप्ती नदी को बैतूल जिले की जीवनरेखा माना जाता है और यह दिन जिले के लोगों के लिए विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है.
- धार्मिक महत्व: मां ताप्ती को सूर्य की बेटी के रूप में पूजा जाता है. इस दिन विशेष पूजा-अर्चना और धार्मिक आयोजन किए जाते हैं.
- स्थानीय परंपराएं: बैतूल जिले में यह दिन बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस अवकाश से स्थानीय लोग इस पवित्र दिन को सही तरीके से मना सकेंगे.
27 अगस्त 2025 तीसरा स्थानीय अवकाश
बैतूल जिले में 27 अगस्त 2025 को श्री गणेश चतुर्थी के अवसर पर तीसरा स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है. श्री गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है और यह त्योहार पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है.
- धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व: भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और बुद्धि का देवता माना जाता है. गणेश चतुर्थी पर लोग गणपति की मूर्तियों की स्थापना करते हैं और विशेष पूजा करते हैं.
- बैतूल में उत्सव का महत्व: बैतूल जिले में गणेश चतुर्थी पर विशेष झांकियां और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. अवकाश से लोग इस त्योहार को बेहतर तरीके से मना सकेंगे.
कोषालय और उप-कोषालय पर लागू नहीं होंगे ये अवकाश
घोषित तीन स्थानीय अवकाश जिले के सभी सरकारी और गैर-सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और संस्थानों में लागू होंगे. हालांकि यह अवकाश कोषालय और उप-कोषालय पर लागू नहीं होंगे.
- कारण: कोषालय और उप-कोषालय का कामकाज नियमित रूप से चलता रहेगा ताकि वित्तीय सेवाओं में कोई रुकावट न आए.
- अन्य कर्मचारियों के लिए राहत: बाकी विभागों के कर्मचारियों और छात्रों के लिए यह अवकाश त्योहार मनाने और आराम करने का अवसर प्रदान करेगा.
स्थानीय अवकाशों का महत्व
स्थानीय अवकाश न केवल त्योहारों और परंपराओं को मनाने का अवसर देते हैं. बल्कि लोगों को अपनी जड़ों से जुड़ने का भी मौका प्रदान करते हैं.
- सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण: इन अवकाशों से स्थानीय परंपराओं और सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित करने में मदद मिलती है.
- समुदाय में एकजुटता: त्योहारों के माध्यम से समाज में आपसी भाईचारे और एकता का माहौल बनता है.
त्योहारों को सही ढंग से मनाने का अवसर
घोषित तीनों अवकाशों के माध्यम से लोगों को त्योहारों को सही ढंग से मनाने का अवसर मिलेगा. इन दिनों लोग अपने परिवार के साथ समय बिता सकेंगे और त्योहारों की खुशी को साझा कर सकेंगे.
- छात्रों के लिए विशेष महत्व: स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र भी इन अवकाशों का आनंद ले सकेंगे और त्योहारों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.
- सरकारी और निजी कर्मचारियों के लिए राहत: यह अवकाश कर्मचारियों को काम के बीच आराम करने और उत्सव का आनंद लेने का मौका देगा.