Second Hand Car Buying Tips: हाल के वर्षों में भारत में सेकंड हैंड कारों की मांग में बढ़ोतरी हुई है. नई कार की बजाय लोग पुरानी कार खरीदने को तरजीह दे रहे हैं. इसके पीछे मुख्य कारण है किफायती होना. लेकिन यदि सही सावधानी न बरती जाए, तो यह लाभ के बजाय नुकसान का सौदा भी साबित हो सकता है. इस लेख में हम आपको पुरानी कार खरीदते समय ध्यान में रखने वाली कुछ जरूरी बातें बता रहे हैं.
गाड़ी की पूरी जांच करें
सेकंड हैंड कार खरीदने से पहले उसकी गहन जांच आवश्यक है. इसमें कार के इंजन, टायर, ब्रेक्स, सस्पेंशन, और बॉडी का निरीक्षण शामिल है. अगर आपको कार की तकनीकी जानकारी कम है, तो किसी भरोसेमंद मैकेनिक की मदद लेना चाहिए. कार की टेस्ट ड्राइव लेकर इंजन की आवाज, तेल रिसाव और बॉडी पर खरोंचों की जांच करें.
कागजात सही चेक करें
खरीदने जा रही कार के दस्तावेज जैसे रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC), इंश्योरेंस, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट (PUC), और सर्विस हिस्ट्री को अच्छी तरह जांचें. ये दस्तावेज न केवल कार की वैधता सुनिश्चित करते हैं, बल्कि ये भी बताते हैं कि कार पर कोई लोन तो नहीं है. कार के VIN नंबर से इसकी पूरी हिस्ट्री की जानकारी ले सकते हैं.
गाड़ी की सही कीमत पता करें
कार की कीमत उसकी उम्र, स्थिति, मॉडल, और मार्केट में उसकी मांग पर निर्भर करती है. कई बार विक्रेता अधिक कीमत की मांग कर सकते हैं. इसलिए ऑनलाइन तुलना कर कीमत की जांच करें और गाड़ी की स्थिति के हिसाब से मूल्य तय करें.
गाड़ी की हिस्ट्री चेक करें
पुरानी कार का इतिहास जानना आवश्यक है. कार के पूर्व मालिक, दुर्घटना इतिहास, और इसकी सेवा रिकॉर्ड को जांचें. इससे आपको कार की स्थिति का सही अनुमान होगा.
भरोसेमंद सेलर से खरीदें
हमेशा जाने-माने विक्रेता से ही कार खरीदें. चाहे वह रजिस्टर्ड डीलर हो या प्रसिद्ध ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लें. विक्रेता से वारंटी और सेवा पैकेज के बारे में भी पूछताछ करें