सोशल मीडिया पर भूलकर भी मत करना ये गलती, वरना हो जाएगी कानूनी कार्रवाई Social Media Rumors

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Social Media Rumors: सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव ने जहां संवाद को तेज और आसान बनाया है. वहीं इसके दुरुपयोग से अफवाहें फैलाने का खतरा भी बढ़ गया है. इसी संदर्भ में पंजाब पुलिस ने सोशल मीडिया पर झूठी खबरें और अफवाहें फैलाने वाले शरारती तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्णय लिया है. पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने सभी पुलिस कमिश्नरों और एसएसपी को निर्देश दिया है कि ऐसे मामलों पर विशेष नजर रखें और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएं.

अमृतसर में अफवाहों का मामला

अमृतसर में पिछले 10 दिनों में दो बार अफवाहें फैलाने की घटनाएं सामने आई हैं. हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें यह दावा किया गया कि एयरपोर्ट रोड पर धमाका हुआ है. इस खबर के वायरल होने पर पुलिस तुरंत हरकत में आई और मौके पर पहुंची. लेकिन यह खबर पूरी तरह से झूठी पाई गई. यह घटना शरारती तत्वों द्वारा अफवाह फैलाने का एक उदाहरण है. जिससे जनता के बीच घबराहट पैदा हो सकती थी.

डीजीपी गौरव यादव का निर्देश

पंजाब के डीजीपी ने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वाले तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने पुलिस अधिकारियों से सोशल मीडिया पर सक्रिय रूप से निगरानी रखने और अफवाह फैलाने वाले खातों की पहचान कर कार्रवाई करने के आदेश दिए.

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अमृतसर पुलिस की चौकसी

अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा है कि शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है. इसके लिए पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है और सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हर खबर की जांच की जा रही है. उन्होंने शरारती तत्वों को सख्त चेतावनी दी है कि अगर उनके खिलाफ सबूत मिले, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

अफवाहों का प्रभाव और पुलिस की चुनौती

सोशल मीडिया पर फैलाई गई अफवाहें न केवल जनता के बीच डर और भ्रम का माहौल पैदा करती हैं. बल्कि कानून-व्यवस्था के लिए भी गंभीर चुनौती बनती हैं. इन घटनाओं से जनता और पुलिस दोनों का समय और संसाधन बर्बाद होता है.

पुलिस की रणनीति

  • सोशल मीडिया मॉनिटरिंग: पंजाब पुलिस ने सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है. पुलिस की आईटी टीम फर्जी खबरों और अफवाहों के स्रोतों का पता लगाने के लिए लगातार काम कर रही है.
  • जनता को जागरूक करना: पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर वायरल खबरों पर तुरंत विश्वास न करें और किसी भी संदिग्ध जानकारी को संबंधित अधिकारियों से सत्यापित करें.
  • शिकायत दर्ज करने की सुविधा: पुलिस ने जनता के लिए शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया को आसान बनाया है. कोई भी व्यक्ति अफवाह फैलाने वालों की जानकारी पुलिस को दे सकता है.

अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई

पंजाब पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. ऐसे लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया जाएगा, जिससे उन्हें कड़ी सजा मिल सके.

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जनता की जिम्मेदारी

अफवाहों को रोकने में जनता की भूमिका भी अहम है. लोगों को चाहिए कि वे सोशल मीडिया पर वायरल खबरों की सच्चाई जांचने के बाद ही उसे साझा करें. इसके अलावा संदिग्ध सामग्री की रिपोर्ट करने के लिए पुलिस या साइबर सेल से संपर्क करें.

पुलिस और जनता के बीच सामंजस्य

सोशल मीडिया पर अफवाहों को रोकने के लिए पुलिस और जनता के बीच सामंजस्य जरूरी है. जनता को जागरूक करना और उन्हें सही जानकारी प्रदान करना पुलिस की प्राथमिकता है.

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