डमी एडमिशन करना प्राइवेट स्कूलों को पड़ेगा भारी, एक्शन मोड में आया सीबीएसई Dummy School Admission

Dummy School Admission: शिक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि डमी एडमिशन देने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी. लोकसभा में दिए गए जवाब में यह जानकारी दी गई कि कई स्कूलों ने इस प्रक्रिया का दुरुपयोग किया है जिसके चलते केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की न्यूनतम हाजिरी का उल्लंघन हो रहा है.

कड़ी जांच और कार्रवाई

सीबीएसई ने 9वीं से 12वीं कक्षा के स्कूलों के रजिस्ट्रेशन और कैंडिडेट लिस्ट का कड़ी जांच की है. पाई गई अनियमितताओं के आधार पर 27 स्कूलों के खिलाफ पिछले वर्ष कड़ी कार्रवाई की गई. जिसमें 21 स्कूलों की मान्यता रद्द गई और 6 स्कूलों को नीचे ग्रेड किया गया.

सीबीएसई के नियमों की सख्ती

शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि स्कूलों में हाजिरी से संबंधित नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए कड़े दिशा-निर्देश (strict guidelines) जारी किए गए हैं. समय-समय पर स्कूलों को इन नियमों की जानकारी दी जाती है और नियमित निरीक्षण (regular inspections) के माध्यम से इसकी मॉनिटरिंग की जाती है.

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डमी एडमिशन की बढ़ती समस्या

भारत में डमी एडमिशन की समस्या एक चुनौती के रूप में उभर रही है. कई छात्र स्कूल न जाकर कोचिंग सेंटर्स (coaching centers reliance) का सहारा ले रहे हैं. शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि आगे भी इसी तरह की निगरानी जारी रहेगी और किसी भी शिकायत की गहराई से जांच होगी.

शिक्षा की नई दिशा

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार, क्लासरूम टीचिंग को अधिक महत्व दिया गया है. चाहे स्कूल हो या कॉलेज, इस नीति के तहत क्लासरूम में नए-नए प्रयोग (classroom teaching importance) किए जा रहे हैं, जिससे छात्रों को व्यवहारिक ज्ञान के साथ-साथ थ्योरेटिकल नॉलेज की भी गहराई मिले.

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