Haryana Chirag Yojana: हरियाणा सरकार ने चिराग योजना के तहत एक महत्वपूर्ण पहल की है, जिसका उद्देश्य राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना है। यह योजना उन बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिला दिलाने का अवसर प्रदान करती है, जिनके परिवारों की वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार रुपये से कम है। सरकार ने इस योजना के तहत बच्चों की शिक्षा के सभी खर्चे उठाने की जिम्मेदारी ली है।
आवेदन प्रक्रिया और चयन
आवेदन प्रक्रिया 15 मार्च से शुरू होकर 31 मार्च तक चलेगी, जिसमें अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से आवेदन करने की सुविधा है। दाखिले की प्रक्रिया 1 अप्रैल से शुरू होगी और 15 अप्रैल तक चलेगी। इस दौरान बच्चों को मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में जगह दी जाएगी। चयनित बच्चों की फीस और अन्य शिक्षण सामग्री का खर्च सरकार द्वारा ही किया जाएगा।
प्राथमिकता और ड्रॉ की प्रक्रिया
प्राथमिकता उन बच्चों को दी जाएगी जिनके परिवारों की वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार रुपये या उससे कम हो। आवेदनों की संख्या अगर रिक्त स्थानों से अधिक होती है, तो एक निष्पक्ष ड्रॉ की प्रक्रिया के द्वारा बच्चों का चयन किया जाएगा। यह सुनिश्चित करता है कि प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे।
दस्तावेजों की आवश्यकता और स्कूलों की सूची
आवेदन के लिए परिवार पहचान पत्र अनिवार्य है। इसके अलावा, सभी मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों को उपलब्ध रिक्त सीटों की सूची सार्वजनिक करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे अभिभावकों को उन स्कूलों की जानकारी मिल सकेगी जहां वे अपने बच्चों का दाखिला करा सकते हैं।
योजना के दीर्घकालिक प्रभाव
चिराग योजना न केवल बच्चों को उच्चतर शिक्षा प्राप्त करने का मौका देती है, बल्कि यह समाज के हर वर्ग के बच्चों को समान शिक्षा दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इससे न केवल व्यक्तिगत परिवारों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि यह राज्य के शिक्षा स्तर को भी उन्नत करेगा।