Lpg Price Today: 1 जनवरी 2025 से सरकारी तेल कंपनियों ने एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कटौती की घोषणा की है. यह खबर भारतीय परिवारों और व्यापार जगत के लिए राहत लेकर आई है. हालांकि यह कटौती सिर्फ 19 किलो वाले कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर पर लागू होगी. जबकि घरेलू सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दामों में कमी
सरकारी तेल कंपनियों ने 19 किलो वाले कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम ₹14.50 तक घटाए हैं. यह कटौती रेस्तरां, होटल, और छोटे व्यापारियों के लिए राहत की बात है, जो एलपीजी सिलेंडर का बड़े पैमाने पर उपयोग करते हैं.
- दिल्ली में नया दाम: ₹1,804
- मुंबई में नया दाम: ₹1,756
- कोलकाता में नया दाम: ₹1,911
- चेन्नई में नया दाम: ₹1,966
घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत स्थिर
14.2 किलो वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है.
- दिल्ली: ₹803
- मुंबई: ₹802.50
- कोलकाता: ₹829
- चेन्नई: ₹818.50
यह दाम अगस्त 2024 से स्थिर बने हुए हैं, जिससे उपभोक्ताओं को महंगाई के प्रभाव से बचाया गया है.
उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए सब्सिडी
वर्तमान में एलपीजी पर सब्सिडी केवल उज्ज्वला योजना के तहत लाभार्थियों को दी जा रही है.
- उज्ज्वला लाभार्थियों को प्रति सिलेंडर ₹300 की सब्सिडी मिलती है.
- सब्सिडी केवल साल में 12 सिलेंडरों तक सीमित है.
अन्य उपभोक्ताओं को बिना सब्सिडी के ही एलपीजी सिलेंडर खरीदना पड़ता है.
पिछले एक साल में एलपीजी कीमतों का ट्रेंड
एलपीजी सिलेंडर की कीमतें पिछले एक साल में लगातार उतार-चढ़ाव का सामना कर रही हैं.
- जनवरी 2024: ₹1,755.50
- जून 2024: ₹1,676.00
- दिसंबर 2024: ₹1,818.50
- जनवरी 2025: ₹1,804.00
हालांकि दिसंबर में बढ़ोतरी के बाद अब नई कीमतों में कमी आई है, जो व्यापारियों के लिए राहत है.
एलपीजी की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
एलपीजी की कीमतें कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कारकों से प्रभावित होती हैं:
- कच्चे तेल की कीमतें: अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में बदलाव का सीधा असर एलपीजी पर पड़ता है.
- विदेशी मुद्रा दर: डॉलर और रुपये के बीच विनिमय दर भी कीमतों को प्रभावित करती है.
- मांग और आपूर्ति: घरेलू और वैश्विक स्तर पर एलपीजी की मांग.
- सरकारी नीतियां: कर और सब्सिडी.
- परिवहन लागत: सिलेंडर की डिलीवरी और लॉजिस्टिक्स.
भारत में एलपीजी की खपत का बढ़ता ग्राफ
भारत में एलपीजी की खपत में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.
- स्वच्छ ईंधन का उपयोग: पर्यावरण के प्रति जागरूकता ने एलपीजी की मांग बढ़ाई है.
- सरकारी योजनाएं: उज्ज्वला योजना ने ग्रामीण क्षेत्रों में एलपीजी की पहुंच बढ़ाई.
- शहरीकरण और आर्थिक विकास: शहरीकरण के कारण घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में एलपीजी की मांग में वृद्धि हुई है.
एलपीजी की बुकिंग प्रक्रिया
एलपीजी बुकिंग अब बेहद आसान हो गई है.
- ऑनलाइन बुकिंग: तेल कंपनियों की वेबसाइट पर.
- मोबाइल ऐप्स: जैसे PayTM, Google Pay आदि.
- SMS और IVRS: रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से.
- WhatsApp बुकिंग: कुछ कंपनियां इस सुविधा को भी लागू कर रही हैं.
सुरक्षा के लिए जरूरी उपाय
एलपीजी का सुरक्षित उपयोग हर उपभोक्ता की जिम्मेदारी है.
- सिलेंडर को सीधा और हवादार स्थान पर रखें.
- गैस लीक होने की स्थिति में बिजली के स्विच बंद न करें.
- रेगुलेटर और पाइप की नियमित जांच करें.
- रसोई में आग बुझाने के उपकरण रखें.
पर्यावरण और एलपीजी का योगदान
एलपीजी पर्यावरण के लिए एक सुरक्षित और स्वच्छ विकल्प है:
- कम प्रदूषण: लकड़ी और कोयले की तुलना में एलपीजी का उपयोग पर्यावरण के लिए बेहतर है.
- वनों का संरक्षण: लकड़ी की खपत कम होती है.
- कार्बन उत्सर्जन में कमी: घरेलू स्तर पर कार्बन फुटप्रिंट घटाने में सहायक.