MSP से ज्यादा दाम पर अनाज बेच रहे किसान, किसानों की हो गई बल्ले-बल्ले Wheat MSP Price

Wheat MSP Price: जिले में सरकार द्वारा स्थापित 26 क्रय केंद्रों पर पिछले 20 दिनों में केवल 30 कुंतल गेहूं की खरीदारी की गई है। गेहूं की खरीद में यह अपेक्षित धीमापन कई कारकों की वजह से है, जिनमें से प्रमुख है खरीद प्रक्रिया में देरी और किसानों की ओर से उदासीन।

किसानों का बाजार की ओर रुझान

बाजार में गेहूं की कीमतों में स्थिरता और नकद भुगतान की सुविधा के चलते किसान सरकारी केंद्रों की जटिल प्रक्रियाओं से बचते हुए अपनी उपज व्यापारियों को बेचना पसंद कर रहे हैं। नतीजतन, सरकारी केंद्रों पर गेहूं की खरीद उम्मीद से कहीं कम हुई है।

सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य और बाजार दरों में सामंजस्य

रवि विपणन वर्ष 2025-26 के लिए सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित किया है। हालांकि, बाजार में भी गेहूं की कीमतें इसी दर के आसपास बनी हुई हैं, जिससे किसानों के लिए सरकारी केंद्रों की अपेक्षा बाजार में बेचना ज्यादा लाभदायक साबित हो रहा है।

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खरीद केंद्रों की भौगोलिक वितरण और उनकी पहुंच

जिले में फैले 26 क्रय केंद्रों में से प्रत्येक क्षेत्र जैसे जेवर, दनकौर और दादरी में केंद्रों की संख्या और उनकी स्थापना की गई है। इन केंद्रों का उद्देश्य किसानों को उनके निकटतम स्थान पर खरीद सुविधा प्रदान करना है, ताकि उन्हें अपनी उपज बेचने के लिए दूर-दराज न जाना पड़े।

आगे की दिशा

सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद में आई इस मंदी के लिए सरकार को किसानों की सहूलियत और बाजार के मूल्यों के अनुसार नीतियों में संशोधन करने की आवश्यकता है। इसके अलावा, किसानों को सरकारी क्रय केंद्रों की प्रक्रिया को सरल बनाने की दिशा में काम करना होगा, ताकि वे आसानी से और बिना किसी परेशानी के अपनी उपज बेच सकें।

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