Childrens Flight Ticket: हवाई जहाज में यात्रा करना न केवल वयस्कों के लिए बल्कि बच्चों के लिए भी एक रोमांचक अनुभव होता है. जब बात बच्चों की हवाई यात्रा की आती है, तो कई माता-पिता के मन में प्रश्न उठता है कि बच्चे के लिए कब और कैसे टिकट खरीदना पड़ता है? इस लेख में हम आपको बताएंगे कि हवाई जहाज में बच्चों का टिकट किस आयु से शुरू होता है और कितना किराया लगता है.
बच्चों के लिए टिकट
यदि आपका बच्चा 2 वर्ष से कम उम्र का है, तो आपको उसके लिए हवाई जहाज में टिकट नहीं खरीदना पड़ेगा. इस आयु वर्ग के बच्चे अपने माता-पिता की गोद में यात्रा कर सकते हैं और उन्हें टिकट की आवश्यकता नहीं होती. इसे ‘इन्फेंट फेयर’ कहा जाता है और यह कई एयरलाइनों में मुफ्त होता है हालांकि कुछ एयरलाइनें नाममात्र का शुल्क ले सकती हैं.
बच्चों का टिकट और सीट
जब बच्चे की उम्र 2 वर्ष से अधिक होती है, तब आपको उसके लिए पूर्ण टिकट खरीदना पड़ता है. 2 वर्ष से 12 वर्ष के बच्चों के लिए टिकट की लागत आमतौर पर वयस्क किराए का 75% होती है. यह दर अलग-अलग एयरलाइनों के नियमों के अनुसार भिन्न हो सकती है. इस उम्र के बच्चे अपनी खुद की सीट पर यात्रा कर सकते हैं और उन्हें आमतौर पर उनके माता-पिता के पास ही सीट दी जाती है.
हवाई जहाज में बच्चों के लिए सुविधाएँ
एयरलाइन्स छोटे बच्चों के लिए विशेष सुविधाएँ मिलती हैं जैसे कि प्राथमिकता चेक-इन, बच्चों के खाने की व्यवस्था, और यात्रा के दौरान खिलौने और किताबें. ये सुविधाएँ यात्रा को बच्चों के लिए अधिक सुखद और आरामदायक बनाने में मदद करती हैं.
हवाई यात्रा के दौरान पैसे की सीमा
जब आप हवाई जहाज में यात्रा करते हैं तो नकदी सीमा के नियम भी लागू होते हैं. भारतीय घरेलू उड़ानों में आप अधिकतम 2 लाख रुपये तक की नकदी ले जा सकते हैं जबकि अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों में यह सीमा 3000 डॉलर है.
हवाई जहाज में टिकट नीति
हवाई जहाज में बच्चों के लिए कोई ‘हाफ टिकट’ की व्यवस्था नहीं है. 2 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बच्चों के लिए पूर्ण टिकट खरीदना अनिवार्य है, जिसकी कीमत वयस्क किराए का एक निश्चित प्रतिशत होता है.