Woman Free Bus Travel: जम्मू-कश्मीर सरकार ने महिलाओं के लिए एक नई पहल शुरू की है, जिसके तहत वे सरकारी बसों में निशुल्क यात्रा कर सकेंगी. यह योजना 1 अप्रैल से लागू होगी. महिलाओं को अपना आधार कार्ड दिखाना होगा, जो उनके लिए टिकट का काम करेगा. इस पहल से महिलाओं को आवागमन में सुविधा होगी और उनकी आर्थिक बचत में मदद मिलेगी.
परिवहन विभाग की तैयारियां और ट्रेनिंग
परिवहन विभाग ने इस योजना के लिए सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली हैं. विभाग द्वारा 31 मार्च तक विस्तृत दिशानिर्देश जारी किया जाएगा. इसके अलावा, बस कंडक्टरों को आधार कार्ड नंबर दर्ज करने की ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि वे आधार कार्ड का इस्तेमाल टिकट के रूप में कर सकें.
जेकेआरटीसी के बस बेड़े और यात्री संख्या
जम्मू-कश्मीर रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (JKRTC) के पास वर्तमान में 488 बसें हैं, जिनमें अंतर राज्य, अंतर जिला और जिले के भीतर चलने वाली बसें शामिल हैं. इन बसों में प्रतिदिन लगभग 20 हजार यात्री यात्रा करते हैं और अमरनाथ यात्रा के दौरान यह संख्या बढ़कर 23.1 लाख तक पहुँच जाती है.
जेकेआरटीसी की वित्तीय स्थिति और चुनौतियां
2023-24 वित्तीय वर्ष में JKRTC ने 190.57 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया था. इसमें बसों से 73.16 करोड़ और ट्रकों के परिचालन से 117.40 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया गया था. हालांकि, महिलाओं के लिए निशुल्क सफर की योजना का जेकेआरटीसी के राजस्व पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह देखना महत्वपूर्ण होगा. विभाग को इसमें 50% तक की कमी की आशंका है.
बजट प्रावधान और आर्थिक सहायता
सरकार ने परिवहन क्षेत्र के लिए 126 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया है. इसमें JKRTC का हिस्सा काफी कम होगा, जो चुनौतीपूर्ण हो सकता है. निशुल्क सफर की सुविधा के लिए आवश्यक आर्थिक सहायता कैसे दी जाएगी यह सवाल अब भी बना हुआ है.
इस पहल के साथ, जम्मू-कश्मीर में महिलाओं के लिए यात्रा करना न केवल सुगम होगा बल्कि यह उन्हें अधिक स्वतंत्रता और सुरक्षा की भावना भी देना है. इस पहल का मकसद महिलाओं को अधिक शक्तिशाली बनाना है, ताकि वे अपने जीवन में अधिक सक्रिय और स्वतंत्र रूप से भाग ले सकें.