Gas Cylinder News : गैस सिलिंडर हर घर की जरूरत बन चुका है। बिना इसके घर का कामकाज चलाना आज के समय में लगभग असंभव हो गया है। खासकर शहरों में जहां खाना पकाने के लिए कोई अन्य विकल्प नहीं है, वहां गैस सिलिंडर की अहमियत और भी बढ़ जाती है। हालांकि, गांवों में अब भी कई लोग मिट्टी के चूल्हे पर खाना पकाते हैं, लेकिन शहरी जिंदगी में इसकी गुंजाइश बहुत कम है। यहां न तो घरों में चूल्हा जलाने की जगह होती है और न ही रोजमर्रा की भागदौड़ में इतना समय कि चूल्हे का इस्तेमाल किया जा सके।
गैस के बढ़ते दामों से हो रही परेशानी
गैस सिलिंडर की कीमतें अब आसमान छू रही हैं। बीते कुछ वर्षों में गैस के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वर्तमान में एक घरेलू एलपीजी सिलिंडर की कीमत 1000 रुपये के आसपास पहुंच चुकी है। यह कीमत अलग-अलग राज्यों और शहरों में बदलती रहती है, लेकिन आम लोगों की जेब पर इसका सीधा असर पड़ रहा है। खासकर मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए यह एक बड़ा खर्च बन चुका है।
सरकार समय-समय पर सब्सिडी और राहत देने की कोशिश करती है, लेकिन गैस के दाम बढ़ने की मार आम उपभोक्ताओं को झेलनी ही पड़ती है। कमाई और महंगाई के बीच संतुलन बनाना मुश्किल होता जा रहा है।
डिलीवरी में होती है धोखाधड़ी
गैस सिलिंडर की डिलीवरी लेते समय कई बार उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी होती है। बहुत से लोगों को यह जानकारी नहीं होती कि गैस सिलिंडर का कुल वजन कितना होता है और इसमें कितनी गैस होनी चाहिए। इस जानकारी के अभाव में डिलीवरी करने वाले एजेंट कई बार ग्राहकों को कम गैस वाला सिलिंडर पकड़ा देते हैं, जिससे हर महीने आपको नुकसान हो सकता है।
एक घरेलू गैस सिलिंडर में 14.2 किलोग्राम गैस भरी जाती है। जबकि खाली सिलिंडर का वजन लगभग 16 किलोग्राम होता है। यानी भरे हुए गैस सिलिंडर का कुल वजन 29.7 किलोग्राम होना चाहिए। लेकिन कई बार कम गैस भरकर या गैस निकालकर ग्राहकों को सिलिंडर थमा दिया जाता है।
सिलिंडर की सील भी गारंटी नहीं
बहुत से लोगों को लगता है कि सिलिंडर पर लगी सील इस बात का प्रमाण है कि गैस पूरी भरी हुई है। लेकिन यह सच नहीं है। सिलिंडर में कम गैस भरने के बाद भी उस पर सील लगाई जा सकती है। कई बार सिलिंडर एजेंसी या डिलीवरी करने वाले इसमें हेरफेर कर सकते हैं। इसलिए सिर्फ सील देखकर भरोसा करना सही नहीं है।
डिलीवरी लेते समय इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप चाहते हैं कि आपको गैस सिलिंडर में पूरी गैस मिले और आपके साथ किसी तरह की धोखाधड़ी न हो, तो इन बातों का ध्यान रखें:
- सिलिंडर का वजन मापने के लिए पैमाना मांगें: डिलीवरी एजेंट से कहें कि वह आपके सामने सिलिंडर का वजन करे।
- अपनी मौजूदगी में वजन की पुष्टि करें: सुनिश्चित करें कि सिलिंडर का वजन 29.7 किलोग्राम हो।
- सिलिंडर पर लिखा हुआ वजन जांचें: हर सिलिंडर पर उसका खाली वजन लिखा होता है। इसे ध्यान से देखें और गणना करें कि इसमें 14.2 किलोग्राम गैस होनी चाहिए।
- सील लगी होना धोखाधड़ी से बचाव की गारंटी नहीं है: सिर्फ सील देखकर संतुष्ट न हों, बल्कि वजन की जांच करें।
- सिलिंडर का लीकेज भी चेक करें: डिलीवरी के समय साबुन के पानी से नोजल की जांच करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कहीं से गैस लीक तो नहीं हो रही।
मशीन से खुद करें जांच
अगर डिलीवरी एजेंट के पास वजन मापने का पैमाना नहीं है, तो आप खुद घर पर एक वजन करने की मशीन रख सकते हैं। यह मशीन आपको ऑनलाइन या किसी स्टोर पर 200-300 रुपये में मिल जाएगी।
इस मशीन में एक हुक लगा होता है, जिससे सिलिंडर को उठाकर उसका सही वजन मापा जा सकता है। अगर वजन 29.7 किलोग्राम नहीं है, तो तुरंत डिलीवरी एजेंट से शिकायत करें और सही सिलिंडर देने की मांग करें।
क्या सरकार करेगी कोई समाधान?
गैस के बढ़ते दामों से राहत दिलाने के लिए सरकार समय-समय पर कदम उठाती है। कई राज्यों में गरीब परिवारों के लिए गैस सब्सिडी दी जाती है। उज्ज्वला योजना के तहत सरकार ने कई परिवारों को मुफ्त में गैस कनेक्शन भी दिया है, लेकिन बढ़ती महंगाई के कारण यह लाभ सीमित रह जाता है।