Public Holiday: मार्च का महीना पंजाब के निवासियों के लिए दो विशेष अवसरों के कारण खास होने जा रहा है. पहला अवसर है शहीदी दिवस जो भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की शहादत को समर्पित है. इस वर्ष 23 मार्च को इस दिन की छुट्टी पहले से तय है, हालांकि यह दिन रविवार को पड़ रहा है और सरकारी अवकाश पहले से ही निर्धारित है.
ईद-उल-फितर के समारोह और अवकाश
इसके अलावा, 31 मार्च को ईद-उल-फितर (Eid-ul-Fitr) का त्योहार होने के कारण एक और अवकाश घोषित किया गया है. इस दिन स्कूल, कॉलेज, कार्यालय और अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे. यह त्योहार मुस्लिम समुदाय के लिए खास (Special Occasion for Muslims) होता है और पूरे राज्य में धूमधाम से मनाया जाता है.
लगातार छुट्टियों का मजा
चूंकि ईद-उल-फितर सोमवार को है और उससे एक दिन पहले रविवार की छुट्टी है, पंजाब में लगातार दो दिन (Successive Days Off) सरकारी अवकाश रहेगा. इससे नागरिकों को इस त्योहारी सीजन में अधिक समय अपने परिवार के साथ बिताने का मौका मिलेगा, जिससे सामाजिक सौहार्द (Social Harmony) और खुशी का माहौल और भी बढ़ेगा.
त्योहारों का सांस्कृतिक महत्व
शहीदी दिवस और ईद-उल-फितर दोनों ही त्योहार पंजाब की सांस्कृतिक विविधता (Cultural Diversity) को दर्शाते हैं. शहीदी दिवस राष्ट्रीय गौरव और बलिदान की भावना को संजोए रखता है, जबकि ईद-उल-फितर सामुदायिक एकता और आपसी भाईचारे का प्रतीक है. इन त्योहारों के माध्यम से लोग न केवल अपनी परंपराओं को मनाते हैं बल्कि नई पीढ़ी को इनका महत्व भी समझाते हैं.
समाज में त्योहारों का महत्व
त्योहार हमारे समाज को एक सूत्र में पिरोने का काम करते हैं. चाहे वो शहीदी दिवस हो या ईद-उल-फितर, दोनों ही अवसरों पर लोग एक-दूसरे के साथ मिलकर जश्न मनाते हैं. ये त्योहार समाज में एकता और सद्भावना को बढ़ावा देने के साथ-साथ आपसी रिश्तों को मजबूत करते हैं, जो सामाजिक ढांचे के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं.