Bijli Meter Change: हरियाणा सरकार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है कि अब प्रदेश के बिजली उपभोक्ता डिजिटल युग में प्रवेश कर रहे हैं. प्रदेश में प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर की शुरुआत की जा रही है, जो सरकारी कार्यालयों और कर्मचारियों के घरों में पहले और बाद में आम जनता के घरों में लगाए जाएंगे. इस कदम से उपभोक्ताओं को अपने बिजली उपयोग को बेहतर ढंग से नियंत्रित करने की सुविधा मिलेगी.
खुद तय करें बिजली की खपत
नई प्रीपेड बिजली मीटर प्रणाली के तहत, उपभोक्ता खुद तय कर सकेंगे कि उन्हें कितनी बिजली की आवश्यकता है और उसी के अनुसार वे अपने मीटर को रिचार्ज (electricity meter recharge) कर सकेंगे. केंद्रीय ऊर्जा और शहरी विकास मंत्री, मनोहर लाल खट्टर ने यह जानकारी प्रदान की कि इस प्रणाली के लागू होने के बाद बिजली के लम्बे बिलों से मुक्ति मिलेगी और उपभोक्ताओं को अपने खर्च पर अधिक नियंत्रण मिलेगा.
स्मार्ट मीटर की दो चरणों में स्थापना
हरियाणा में स्मार्ट मीटरों की स्थापना दो चरणों में की जा रही है. पहले चरण में, सरकारी कार्यालयों और कर्मचारियों के घरों में यह स्थापित किए जाएंगे. इसके बाद दूसरे चरण में आम उपभोक्ताओं के घरों में यह मीटर लगाए जाएंगे. इस प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने कई संसाधन और तकनीकी व्यवस्था की है.
केंद्रीय मंत्री की उम्मीदें और योजनाएँ
केंद्रीय मंत्री, मनोहर लाल खट्टर ने यह भी बताया कि प्रीपेड मीटर से न केवल उपभोक्ताओं को सहूलियत होगी, बल्कि इससे बिजली विभाग के नुकसान में भी कमी आएगी (reduce electricity department losses). इसके अलावा, इस प्रणाली को अपनाने वाले राज्यों को विशेष सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी. इससे राज्य की ऊर्जा दक्षता और आर्थिक स्थिरता में सुधार होगा.
उपभोक्ता जागरूकता और बिजली प्रबंधन
इस नई प्रणाली के साथ, हरियाणा सरकार ने उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रमों को भी मजबूत किया है. उपभोक्ताओं को इस नए सिस्टम के फायदे और उपयोग के तरीके की व्यापक जानकारी प्रदान की जाएगी. यह जानकारी उन्हें अपनी बिजली की खपत को और अधिक कुशलता से प्रबंधित करने में मदद करेगी