Govt School: राष्ट्रपति द्वारा गोद लिए गए दौहला गांव के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हाल ही में प्रथम वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्रों की कलात्मक प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना और उन्हें मंच प्रदान करना था, जिससे वे अपने नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों को दर्शा सकें।
छात्रों की प्रस्तुतियाँ और प्रतिक्रिया
विद्यालय के छात्रों ने देशभक्ति गीतों पर नृत्य और विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां कीं, जिसमें उन्होंने अपनी विविधता और कलात्मक कुशलता का भरपूर प्रदर्शन किया। ये प्रस्तुतियां न केवल मनोरंजक थीं, बल्कि शैक्षणिक रूप से भी उन्होंने छात्रों की समझ को बढ़ावा दिया। प्राथमिक विद्यालय के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने भी अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से सभी का दिल जीता।
समुदाय की भागीदारी और समर्थन
इस कार्यक्रम में गांव के सम्मानित नागरिकों सहित स्कूल स्टाफ ने भी भाग लिया। उनकी उपस्थिति ने छात्रों को और अधिक प्रेरित किया और उन्हें यह अहसास दिलाया कि पूरा समुदाय उनके प्रयासों और उपलब्धियों का समर्थन और प्रशंसा करता है।
शैक्षणिक और सामाजिक प्रभाव
ऐसे आयोजन छात्रों के लिए न केवल उनकी प्रतिभा को निखारने का माध्यम बनते हैं, बल्कि यह उन्हें समाज में सक्रिय रूप से भाग लेने की प्रेरणा भी देते हैं। यह वार्षिकोत्सव अवश्य छात्रों के सम्पूर्ण विकास में योगदान देगा और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करेगा।
शिक्षा में सुधार और सरकार की पहल
हरियाणा सरकार द्वारा ग्रामीण शिक्षा में सुधार के लिए जारी पहलें, जैसे कि मॉडल संस्कृति स्कूलों की स्थापना, यह दर्शाती हैं कि शिक्षा के प्रति सरकार की गंभीरता केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं है। इन पहलों के माध्यम से, ग्रामीण छात्रों को भी उच्चतर शिक्षा और बेहतर भविष्य की दिशा में मजबूत कदम उठाने का अवसर मिल रहा है।इस वार्षिकोत्सव के माध्यम से न केवल छात्रों की प्रतिभा को पहचान मिली, बल्कि यह गांव के विकास में एक नई ऊर्जा का संचार भी करता है।