Graduation Students: जेपी विश्वविद्यालय ने परंपरागत विषयों में स्नातक उत्तीर्ण करने वाले छात्रों के लिए अप्रेंटिसशिप की सुविधा प्रदान करने की घोषणा की है. इस पहल के तहत नॉन टेक्निकल डिग्री धारकों को अपनी दक्षता बढ़ाने और व्यावसायिक कौशल विकसित करने का अवसर मिलेगा. उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. रेखा कुमारी ने इस योजना को राष्ट्रीय प्रशिक्षुता और प्रशिक्षण योजना (एनएटीएस) के अंतर्गत लागू करने का निर्देश दिया है.
एनएटीएस राष्ट्रीय प्रशिक्षुता और प्रशिक्षण योजना
एनएटीएस (नेशनल अप्रेंटिसशिप एंड ट्रेनिंग स्कीम) केंद्र सरकार की एक योजना है. जिसका उद्देश्य छात्रों को व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करना है. इस योजना के तहत, जेपी विश्वविद्यालय के बीए, बीएससी, बीबीए, बीसीए और बीकॉम जैसे परंपरागत विषयों के छात्र-छात्राओं को 12 महीने की अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग दी जाएगी. यह योजना विशेष रूप से उन छात्रों के लिए लाभकारी है. जिन्होंने 2020 के बाद अपनी डिग्री पूरी की है.
12 महीने की ट्रेनिंग और ₹9000 की प्रोत्साहन राशि
अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग की अवधि 12 महीने की होगी. इस दौरान छात्रों को प्रति माह ₹9000 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. यह राशि छात्रों के खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से सीधे पहुंचाई जाएगी. इस प्रोत्साहन राशि का आधा हिस्सा शिक्षा विभाग द्वारा दिया जाएगा और आधा हिस्सा उस संस्थान द्वारा वहन किया जाएगा. जहां छात्र अप्रेंटिसशिप करेंगे.
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
अप्रेंटिसशिप के लिए छात्रों को एनएटीएस पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा. रजिस्ट्रेशन के बाद प्रशिक्षुओं का चयन पैनल के माध्यम से किया जाएगा. चयनित छात्रों को सरकारी और निजी संस्थानों में प्रशिक्षुता के लिए भेजा जाएगा. यह सुनिश्चित करने के लिए कि छात्रों को उनकी रुचि और कौशल के अनुसार ट्रेनिंग मिले, प्रशिक्षण बोर्ड (पूर्वी क्षेत्र) कोलकाता इस प्रक्रिया में सहयोग करेगा.
कौन-कौन से छात्र उठा सकते हैं लाभ?
यह योजना विशेष रूप से जेपी विश्वविद्यालय के बीए, बीएससी, बीबीए, बीसीए, बीकॉम, बीएसडब्ल्यू और बीटीएम जैसे पाठ्यक्रमों के छात्रों के लिए है. यह पहल नॉन टेक्निकल स्नातकों के लिए रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगी. सरकारी और निजी संस्थानों में कार्यालय प्रबंधन, डेटा एंट्री, प्रशासनिक कार्यों और अन्य नॉन टेक्निकल कार्यों में प्रशिक्षुओं की बढ़ती मांग को देखते हुए. यह योजना छात्रों के करियर को नई दिशा देने में मदद करेगी.
ट्रेनिंग के लिए विशेष अधिकारी नियुक्त
शिक्षा विभाग ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी छात्रों को सही जानकारी मिले. विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर (एटीपीओ) और असिस्टेंट अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर (एएटीपीओ) नियुक्त किए हैं. इन अधिकारियों को छात्रों को ट्रेनिंग से संबंधित जानकारी देने और उनका मार्गदर्शन करने का दायित्व सौंपा गया है.
सरकारी और निजी कंपनियों में अवसर
अप्रेंटिसशिप के लिए कई सरकारी और निजी कंपनियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. इन संस्थानों में प्रशासनिक कार्यों, कार्यालय प्रबंधन और अन्य नॉन टेक्निकल कार्यों के लिए प्रशिक्षुओं की मांग है. यह छात्रों को न केवल व्यावसायिक अनुभव प्रदान करेगा. बल्कि उन्हें रोजगार पाने में भी सहायता करेगा.
छात्रों के कौशल विकास की दिशा में बड़ा कदम
यह योजना छात्रों को उनके क्षेत्र में व्यावसायिक अनुभव प्रदान करने के साथ-साथ उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाएगी. अप्रेंटिसशिप के दौरान छात्रों को यह सिखाया जाएगा कि कैसे वास्तविक दुनिया में काम किया जाता है. यह अनुभव उन्हें उनके करियर में आगे बढ़ने के लिए मदद करेगा.
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह की ट्रेनिंग
योजना के तहत छात्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रत्येक छात्र को व्यावसायिक कौशल और अनुभव प्राप्त हो सके. इससे छात्रों को अपने करियर में बेहतर विकल्प चुनने में मदद मिलेगी.
नॉन टेक्निकल छात्रों के लिए रोजगार की नई संभावनाएं
नॉन इंजीनियरिंग स्नातकों के लिए अप्रेंटिसशिप के इस अवसर ने रोजगार की नई संभावनाओं के द्वार खोल दिए हैं. यह योजना उन छात्रों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगी. जो पारंपरिक विषयों में स्नातक हैं और तकनीकी योग्यता के अभाव में रोजगार के लिए संघर्ष कर रहे हैं.