CBSE Exam Date Sheet: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 2025 की 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के लिए तारीखों की घोषणा कर दी है. यह परीक्षाएं 15 फरवरी 2025 से शुरू होने जा रही हैं. सीबीएसई ने परीक्षाओं को निष्पक्ष और व्यवस्थित रूप से आयोजित करने के लिए कुछ अहम दिशानिर्देश जारी किए हैं. इन निर्देशों का पालन स्कूलों, छात्रों और अभिभावकों के लिए अनिवार्य है.
परीक्षा के नियमों का पालन क्यों है जरूरी?
सीबीएसई का मानना है कि परीक्षा का आयोजन छात्रों के शैक्षणिक भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. निष्पक्ष परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए छात्रों को परीक्षा के नियम और अनुचित साधनों के खिलाफ दिशानिर्देशों की पूरी जानकारी होना जरूरी है. बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि नियमों का पालन न करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
स्कूलों की जिम्मेदारी
सीबीएसई ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे छात्रों और उनके अभिभावकों को परीक्षा नियमों की जानकारी दें. इसमें अनुचित साधनों (Unfair Means – UFM) के उपयोग से बचने और इसके लिए दिए जाने वाले दंड के बारे में भी बताया जाए. साथ ही, छात्रों को यह भी समझाया जाए कि किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और न ही ऐसी गतिविधियों में शामिल हों.
परीक्षा केंद्रों में बैन चीजें
परीक्षा के दिन छात्रों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे किसी भी बैन चीज को परीक्षा केंद्र में न लेकर जाएं. सीबीएसई ने निम्न चीजों को परीक्षा में ले जाना मना किया है:
- कम्युनिकेशन डिवाइस: मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, स्मार्ट वॉच, इयरफोन, आदि.
- स्टेशनरी आइटम: प्रिंटेड या लिखी हुई पाठ्य सामग्री, पेन ड्राइव, लॉग टेबल, इलेक्ट्रॉनिक पेन, आदि.
- अन्य सामान: वॉलेट, गॉगल्स, हैंडबैग, पाउच, आदि.
परीक्षा में इन चीजों की है अनुमति
छात्रों को परीक्षा के दौरान केवल निम्नलिखित चीजें ले जाने की अनुमति है:
- एडमिट कार्ड और स्कूल पहचान पत्र (रेगुलर छात्रों के लिए).
- सरकारी फोटो पहचान पत्र (प्राइवेट छात्रों के लिए).
- स्टेशनरी जैसे पेंसिल बॉक्स, नीला या रॉयल नीला पेन, स्केल, रबर, आदि.
- पारदर्शी पानी की बोतल और एनालॉग घड़ी.
सीसीटीवी निगरानी के तहत होगी परीक्षा
सीबीएसई ने परीक्षा को निष्पक्ष बनाने के लिए हर परीक्षा केंद्र में सीसीटीवी निगरानी की व्यवस्था की है. परीक्षा हॉल में हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी. परीक्षा ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों को भी इन नियमों के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी.
ड्रेस कोड का पालन करना अनिवार्य
बोर्ड ने ड्रेस कोड को लेकर भी निर्देश जारी किए हैं. रेगुलर छात्रों को अपनी स्कूल यूनिफॉर्म पहनकर आना होगा. जबकि प्राइवेट छात्रों को हल्के और साधारण कपड़े पहनने की अनुमति दी गई है. ड्रेस कोड का पालन न करना भी परीक्षा नियमों के उल्लंघन की श्रेणी में आएगा.
अनुचित साधनों का उपयोग
सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि अनुचित साधनों का उपयोग करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसमें परीक्षा रद्द करना, अगले साल परीक्षा में बैठने से रोकना और कानूनी कार्यवाही जैसी सख्त सजा शामिल हो सकती है. स्कूलों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे छात्रों और अभिभावकों को इन दंडों के बारे में विस्तार से जानकारी दें.
अभिभावकों की भूमिका
अभिभावकों को भी परीक्षा के दौरान अपनी भूमिका समझनी चाहिए. उन्हें अपने बच्चों को परीक्षा के नियमों के महत्व को समझाना होगा. साथ ही यह सुनिश्चित करना होगा कि बच्चे परीक्षा के दौरान किसी भी अनुचित गतिविधि में शामिल न हों.
निष्पक्ष परीक्षा का उद्देश्य
सीबीएसई का उद्देश्य है कि हर छात्र को एक समान और निष्पक्ष परीक्षा का अवसर मिले. इन दिशा-निर्देशों का पालन करके न केवल परीक्षा प्रक्रिया को सुचारू बनाया जा सकता है. बल्कि छात्रों का भविष्य भी सुरक्षित किया जा सकता है.
परीक्षा की तैयारी के लिए छात्रों को सुझाव
- परीक्षा के नियमों और बैन चीजों की सूची को ध्यान से पढ़ें.
- परीक्षा से पहले पाठ्यक्रम का अच्छे से अध्ययन करें.
- समय प्रबंधन का ध्यान रखें.
- तनाव से बचने के लिए ध्यान और हल्की एक्सरसाइज करें.