Holiday Cancel: हरियाणा सरकार ने इस वर्ष ईद की गजेटेड छुट्टी को रद्द करने का निर्णय लिया है. यह फैसला वित्त वर्ष 2024-25 की क्लोजिंग के दौरान सरकारी कार्यालयों में काम के चलते लिया गया है. इस संबंध में हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने एक पत्र जारी किया है, जिसमें ईद की छुट्टी को प्रतिबंधित अवकाश में बदल दिया गया है.
वित्त वर्ष क्लोजिंग के मद्देनजर फैसला
सरकार के अनुसार, वित्त वर्ष के आखिरी दिन, जो कि 31 मार्च को पड़ता है, को ईद की छुट्टी रद्द करने का निर्णय लिया गया है. 29 और 30 मार्च के वीकेंड के बाद सीधे वित्तीय वर्ष की समाप्ति का दिन होने की वजह से सरकारी कामकाज में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो, इसके लिए यह कदम उठाया गया है.
पहली बार रद्द हुई ईद की छुट्टी
हरियाणा में यह पहली बार है जब ईद की छुट्टी रद्द की गई है. इस निर्णय का प्रभाव प्रदेश की मुस्लिम आबादी पर पड़ सकता है, जिसका आंकड़ा लगभग 6% है. समुदाय के बीच इस फैसले को लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएं सामने आ सकती हैं, विशेष रूप से जब त्योहार सामाजिक समरसता और आपसी संबंधों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं.
सरकारी फैसलों का समाज पर असर
इस तरह के निर्णय सरकारी और सामाजिक संतुलन को बनाए रखने में नई चुनौतियां पेश करते हैं. जहां एक ओर सरकारी कार्यक्षमता और वित्तीय समापन की आवश्यकता होती है, वहीं दूसरी ओर त्योहारों के माध्यम से समुदायों की सांस्कृतिक और धार्मिक भावनाओं को सम्मान देना भी जरूरी होता है. इस प्रकार के फैसलों का मानवीय और प्रशासनिक पहलुओं पर गहरा प्रभाव पड़ता है.
इस निर्णय के पीछे की वजहों को समझना और इसके संभावित प्रभावों का आकलन करना, सरकार और समुदाय के बीच संवाद और समझ को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण होगा.