Salary Hiked: प्रदेश सरकार ने हाल ही में एक बड़ा कदम उठाते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों के मानदेय में एक हजार रुपये की वृद्धि की है. इस वृद्धि के साथ, उनका मासिक मानदेय अब 15 हजार से बढ़कर 16 हजार रुपए हो गया है. इस फैसले से प्रदेश के लगभग 11 हजार सफाई कर्मचारियों को लाभ मिलने की उम्मीद है.
विकास एवं पंचायत विभाग के आदेश
इस बढ़ोतरी के प्रावधान को लागू करने के लिए विकास एवं पंचायत विभाग ने सभी जिला कमिश्नरों, जिला परिषद के सीईओ, सभी डीडीपीओ और बीडीपीओ को आदेश जारी कर दिए हैं. इस आदेश के माध्यम से सभी संबंधित अधिकारियों को नई वेतन वृद्धि को तत्काल प्रभाव से लागू करने का निर्देश दिया गया है.
कर्मचारियों की नाराजगी और आंदोलन की चेतावनी
हालांकि, इस वृद्धि को लेकर ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा के राज्य प्रधान देवीराम ने नाराजगी व्यक्त की है. उनका कहना है कि पहले मुख्यमंत्री सैनी ने 24 नवंबर को जींद में आयोजित एक कार्यक्रम में ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का मानदेय 26 हजार रुपए और शहरी कर्मचारियों का 27 हजार रुपए करने की घोषणा की थी. इस लिहाज से, एक हजार रुपए की वृद्धि को उन्होंने अपर्याप्त बताया और कर्मचारियों के साथ मजाक करार दिया. इसके विरोध में, उन्होंने 1 से 3 मार्च तक सभी भाजपा विधायकों, मंत्रियों और जिलों के लघु सचिवालयों पर व्यापक प्रदर्शन की योजना बनाई है.
सरकार का उद्देश्य और आगे की योजनाएं
सरकार का कहना है कि इस वृद्धि का उद्देश्य सफाई कर्मचारियों के जीवन स्तर में सुधार लाना है. इसके साथ ही, सरकार ने आगे भी इस तरह के कदम उठाने की योजना बनाई है जिससे कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके. वित्तीय वर्ष के आगामी बजट में इस तरह के और भी कदम उठाए जाने की संभावना है.
समाज में सफाई कर्मचारियों की भूमिका
सफाई कर्मचारी हमारे समाज का अनिवार्य हिस्सा हैं. उनकी मेहनत और समर्पण के बिना, हमारे आस-पास का माहौल स्वच्छ और सुव्यवस्थित नहीं रह सकता. इसलिए, उनके योगदान को सम्मानित करना और उन्हें उचित मानदेय प्रदान करना समाज के प्रति एक जिम्मेदारी है.
इस तरह, प्रदेश सरकार के इस कदम से जहां एक ओर कर्मचारियों को आर्थिक लाभ मिलने की उम्मीद है, वहीं उनकी नाराजगी भी सामने आई है जो भविष्य में सरकार के लिए एक चुनौती प्रस्तुत कर सकती है.