School Holiday: प्रयागराज महाकुम्भ मेला इस समय अपने चरम पर है और लाखों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच चुके हैं. इस भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. खासकर छात्रों की सुरक्षा और यातायात की सुगमता को ध्यान में रखते हुए. जिला विद्यालय निरीक्षक ने कक्षा एक से कक्षा 12वीं तक के सभी स्कूलों की पढ़ाई को 5 फरवरी तक ऑनलाइन करने का निर्देश दिया है. यह फैसला महाकुम्भ मेला क्षेत्र में ट्रैफिक की स्थिति को स्थिर करने के लिए लिया गया है.
यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए लिया गया फैसला
जिला विद्यालय निरीक्षक के अनुसार जिलाधिकारी ने यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए स्कूलों को बंद करने और पढ़ाई ऑनलाइन कराने के निर्देश दिए हैं. यह निर्णय इस बात को ध्यान में रखते हुए लिया गया है कि महाकुम्भ मेला के दौरान शहर में भारी भीड़ और वाहन जाम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. इस फैसले से न केवल छात्रों को बल्कि शिक्षकों और उनके अभिभावकों को भी राहत मिलेगी.
प्रयोगात्मक परीक्षा की स्थिति स्पष्ट
जहां एक ओर पढ़ाई ऑनलाइन होगी. वहीं जिला विद्यालय निरीक्षक ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रयोगात्मक परीक्षा पहले की तरह आयोजित की जाएगी. इस कदम से छात्रों को उनके विषयों के अभ्यास में कोई रुकावट नहीं होगी. शैक्षिक गतिविधियाँ जारी रहेंगी. केवल कक्षाएं ऑनलाइन होंगी. यह निर्णय छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. ताकि उनकी पढ़ाई में कोई व्यवधान न आए.
शिक्षक और अधिकारी जाएंगे स्कूल
बेसिक शिक्षा अधिकारी अरविंद पाठक द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार स्कूलों में शिक्षक और अन्य कर्मचारी स्कूल आएंगे. हालांकि, छात्र स्कूल नहीं आएंगे. लेकिन शिक्षक और अन्य कर्मचारियों को विद्यालय के कामकाज के लिए बुलाया जाएगा. इस दौरान स्कूलों की प्रशासनिक गतिविधियाँ जारी रहेंगी. लेकिन शैक्षिक कार्य ऑनलाइन ही होगा. शिक्षक कक्षा में छात्रों के साथ ऑनलाइन जुड़ेंगे और पढ़ाई का सिलसिला बनाए रखेंगे.
छात्रों के लिए ऑनलाइन शिक्षा के फायदे
इस परिस्थिति में छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा का एक बड़ा फायदा मिलेगा. ऑनलाइन शिक्षा से छात्र घर बैठे ही अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं. यह न केवल उनकी पढ़ाई को प्रभावित नहीं करेगा. बल्कि उन्हें घर पर सुरक्षित रहने का भी अवसर मिलेगा.
ऑनलाइन पढ़ाई के लिए स्कूल प्रशासन ने पहले ही जरूरी संसाधन और प्लेटफॉर्म तैयार कर लिए हैं, जिससे छात्रों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा. साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता में भी कोई कमी नहीं आएगी. क्योंकि शिक्षक अपने पाठ्यक्रम को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर छात्रों तक पहुंचाएंगे.
अभिभावकों के लिए एक राहत
अभिभावकों के लिए भी यह फैसला एक राहत लेकर आया है. यातायात के जाम और भारी भीड़ को लेकर उन्हें अपने बच्चों के स्कूल भेजने में परेशानी होती थी. अब जब स्कूल ऑनलाइन होंगे, तो अभिभावकों को अपने बच्चों की सुरक्षा की चिंता नहीं करनी पड़ेगी. साथ ही बच्चों को पढ़ाई में भी कोई रुकावट नहीं आएगी.
स्कूलों में होंगे जरूरी प्रशासनिक कार्य
हालांकि छात्र स्कूल नहीं जाएंगे, लेकिन विद्यालय के अंदर के प्रशासनिक कार्य पूरी तरह से जारी रहेंगे. शिक्षक और कर्मचारी स्कूल आएंगे और अपने कार्यों को ठीक तरह से पूरा करेंगे. इस दौरान छात्र ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेंगे और स्कूल प्रशासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार अपने काम को पूरा करेंगे.
सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह कदम महत्वपूर्ण
प्रयागराज महाकुम्भ मेला देश के सबसे बड़े धार्मिक मेलों में से एक है और इस दौरान भारी भीड़ का उमड़ना स्वाभाविक है. ऐसे में प्रशासन का यह कदम सुरक्षा और व्यवस्थापन के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है. अगर स्कूल खुलते तो यातायात की भारी समस्या और छात्रों की सुरक्षा में जोखिम हो सकता था. इसलिए, यह कदम सभी की सुरक्षा के हित में उठाया गया है.