Jet Plane Engine: जेट इंजन अपनी अद्भुत शक्ति और परिष्कृत तकनीक के लिए जाने जाते हैं. इनकी तुलना साधारण कार के इंजन से नहीं की जा सकती क्योंकि इनकी कार्यशैली में भारी अंतर होता है. जेट इंजन में मुख्य रूप से थ्रस्ट मापी जाती है जो इन्हें ज्यादा पावर देती है और विशाल विमानों को आसमान में उड़ने में सक्षम बनाती है .
कमर्शियल जेट इंजन की उड़ान क्षमता
उदाहरण के तौर पर Boeing 777 का GE90 इंजन 110,000 पाउंड-फोर्स का थ्रस्ट उत्पन्न कर सकता है जो इसे अत्यंत शक्तिशाली बनाता है. यह थ्रस्ट क्षमता इसे लंबी दूरियों तक और अधिक ऊँचाई पर उड़ने में मदद करती है .
जेट विमानों का फ्यूल खपत
जेट विमानों की फ्यूल खपत अत्यधिक होती है. एक Boeing 747 विमान औसतन 0.2 से 0.3 किमी प्रति लीटर की दर से फ्यूल जलाता है, जिससे इसकी उड़ान के दौरान हजारों लीटर फ्यूल की खपत होती है. यह इन विमानों को परिचालन में महंगा बनाता है लेकिन उनकी क्षमता और गति के लिए यह आवश्यक है.
विमान के फ्यूल टैंक की क्षमता
विभिन्न विमानों के फ्यूल टैंक की क्षमता में भी अंतर होता है. एक Airbus A380 लगभग 320,000 लीटर, जबकि Boeing 747 लगभग 180,000 लीटर फ्यूल संग्रहित कर सकता है. यह उनके विशाल आकार और दीर्घकालिक उड़ान क्षमता को दर्शाता है (Fuel Tank Size, Long-haul Capability).
जेट इंजनों की विशेषताएं और उनका उच्च फ्यूल खपत विमानन क्षेत्र के अनोखी और महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक हैं. ये विमान न केवल तेजी से विश्व भर में यात्रा को संभव बनाते हैं बल्कि अंतरराष्ट्रीय संपर्क और सहयोग के प्रमुख आधार भी हैं.