CIBIL Score Tips: सिबिल स्कोर आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का एक मापदंड है, जो बैंक और वित्तीय संस्थानों को यह समझने में मदद करता है कि आप लोन और क्रेडिट सुविधाओं के लिए कितने योग्य हैं. यह तीन अंकों की संख्या, जो 300 से 900 के बीच होती है आपके वित्तीय इतिहास और कर्ज चुकाने की क्षमता को दर्शाती है. एक उच्च सिबिल स्कोर न केवल लोन प्राप्ति की प्रक्रिया को सरल बनाता है बल्कि बेहतर ब्याज दरों का लाभ उठाने में भी मदद करता है.
सिबिल स्कोर खराब होने के कारण
सिबिल स्कोर में गिरावट कई कारणों से हो सकती है. इनमें से कुछ मुख्य कारण हैं: समय पर लोन की किस्तें न चुकाना, क्रेडिट कार्ड के बिलों का देरी से भुगतान, अधिक वित्तीय उधार लेना और उसका अनुचित प्रबंधन करना. ये क्रियाकलाप आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करते हैं और भविष्य में वित्तीय सेवाओं को लेकर जटिल बना सकते हैं.
सिबिल स्कोर को कैसे सुधारें
सिबिल स्कोर में सुधार के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपायों पर ध्यान देना चाहिए:
- समय पर भुगतान: सभी लोन और क्रेडिट कार्ड के बिलों का समय पर भुगतान करें.
- क्रेडिट उपयोग सीमा: अपने क्रेडिट कार्ड की सीमा का 30% से कम उपयोग करें.
- पुराने देनदारियों का प्रबंधन: पुरानी देनदारियों को समय पर चुकता करें और नई उधारी लेने से पहले पुराने कर्जों को समाप्त करें.
- क्रेडिट हिस्ट्री की नियमित समीक्षा: अपनी क्रेडिट रिपोर्ट का नियमित रूप से अवलोकन करें और किसी भी त्रुटि को सुधारने के लिए संबंधित संस्था से संपर्क करें.
सिबिल स्कोर सुधारने में लगने वाला समय
सिबिल स्कोर में सुधार एक रात में नहीं होता; यह एक धीमी प्रक्रिया है जिसमें 6 महीने से लेकर 1 वर्ष तक का समय लग सकता है, आधारित होता है आपके वित्तीय व्यवहारों और पिछले रिकॉर्ड्स पर. अगर आपका स्कोर काफी निचले स्तर पर है, तो इसे सुधारने में और भी अधिक समय लग सकता है.
आपकी क्रेडिट हिस्ट्री का निर्माण और निगरानी
यदि आपके पास कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है, तो आपको एक निर्माण करने की जरूरत है. इसके लिए आप क्रेडिट कार्ड ले सकते हैं या छोटी-छोटी एफडी पर आधारित लोन ले सकते हैं. इन उपायों से न केवल आपकी क्रेडिट हिस्ट्री बनेगी बल्कि आपका सिबिल स्कोर भी सुधरेगा, जिससे भविष्य में आपको वित्तीय सेवाओं की प्राप्ति में आसानी होगी.