Electrical Transformers: सोनीपत कृषि विभाग ने क्षेत्र के किसानों को एक विशेष एडवाइजरी जारी की है जिसमें उनसे आग्रह किया गया है कि वे अपने खेतों में स्थापित बिजली के ट्रांसफार्मरों के आसपास की जमीन को पूरी तरह से साफ करें. यह निर्देश उन घटनाओं के मद्देनजर दिया गया है जहां ट्रांसफार्मरों से निकलने वाली चिंगारियां गेहूं के खेतों में आग लगा देती हैं.
रबी सीजन के दौरान आगजनी की बढ़ती घटनाएं
इस समय रबी सीजन अपने चरम पर है और सरसों की फसल की कटाई हो चुकी है, वहीं गेहूं की फसल भी जल्द ही कटने को तैयार है. ऐसे में, तापमान में वृद्धि और अप्रैल के महीने में हवाओं की तेज गति से खेतों में आग लगने का जोखिम बढ़ जाता है. इस खतरे को देखते हुए, कृषि विभाग ने किसानों को विशेष सावधानियां बरतने की सलाह दी है.
ट्रांसफार्मर के आसपास की सफाई
कृषि विभाग के निर्देशों के अनुसार, किसानों को ट्रांसफार्मर के नीचे और आसपास के 10 फुट के क्षेत्र को पूरी तरह से साफ करने की जरूरत है. यह क्षेत्र पूरी तरह से जुताई कर खाली कर देना चाहिए ताकि कोई भी चिंगारी खेत में नहीं फैल सके. इससे आग लगने की संभावना कम हो जाएगी और फसल सुरक्षित रहेगी.
सोनीपत में गेहूं और सरसों की फसल
सोनीपत जिले में इस वर्ष लगभग 1 लाख 45 हजार हैक्टेयर भूमि पर गेहूं और 10 हजार एकड़ पर सरसों की फसल उगाई गई है. गेहूं की फसल की कटाई अप्रैल के पहले सप्ताह में शुरू होने वाली है, जबकि सरसों की फसल पहले ही कट चुकी है. कृषि विभाग ने यह भी सुझाव दिया है कि किसान नियमित रूप से अपने खेतों का निरीक्षण करें और सभी सुरक्षा उपायों को अपनाएं.
ये उपाय न केवल फसलों को सुरक्षित रखेंगे बल्कि किसानों की मेहनत को भी संरक्षित करेंगे. इस प्रकार, कृषि विभाग की यह एडवाइजरी सोनीपत जिले के किसानों के लिए न केवल जरूरी है बल्कि समयानुकूल भी है, जिससे वे अपनी फसलों को अग्नि की चपेट में आने से बचा सकें.