ये काम किया तो शिक्षकों की कटेगी सैलरी, नई व्यवस्था जल्द होगी लागू! Teacher Salary

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Teacher Salary: उत्तर प्रदेश के आवासीय विद्यालयों में अब शिक्षकों और प्रधानाचार्यों की उपस्थिति पर सख्त निगरानी रखी जाएगी. अब विद्यालयों में फेस रिकगनेशन (चेहरा पहचान) प्रणाली लागू की जा रही है. जिससे शिक्षकों को अपनी उपस्थिति इस सिस्टम के सामने दर्ज करानी होगी. यह निर्णय उन शिक्षकों और प्रधानाचार्यों पर नियंत्रण रखने के लिए लिया गया है, जो बिना पूर्व सूचना के विद्यालय परिसर छोड़कर चले जाते थे.

सप्ताहांत और अवकाश के दिनों में होगी विशेष जांच

समाज कल्याण विभाग के अधिकारी शनिवार और रविवार सहित अन्य अवकाश के दिनों में विद्यालय परिसर का निरीक्षण करेंगे. इस दौरान वे फेस रिकगनेशन सिस्टम के माध्यम से प्रधानाचार्य, शिक्षकों और कर्मचारियों की उपस्थिति का सत्यापन करेंगे. बिना पूर्व सूचना अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

अनुपस्थित पाए जाने पर होगी सख्त कार्रवाई

जिन शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित पाया जाएगा. उनकी रिपोर्ट निदेशालय को भेजी जाएगी. इस रिपोर्ट के आधार पर उनकी वेतन कटौती या प्रतिकूल प्रविष्टि जैसी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. समाज कल्याण विभाग ने सभी विद्यालयों में इस तकनीक को लागू करने का आदेश जारी कर दिया है.

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101 जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालयों में लागू होगा सिस्टम

उत्तर प्रदेश में समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत 101 जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय संचालित किए जाते हैं. इसके अलावा 13 जनजातीय विद्यालय भी इसी विभाग के अंतर्गत कार्यरत हैं. इन विद्यालयों में गरीब बच्चों को निःशुल्क आवासीय शिक्षा दी जाती है और इसी कारण शिक्षकों की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित करना आवश्यक हो गया है.

दो हजार शिक्षक कर रहे हैं सेवा

इन विद्यालयों में इंटर तक की शिक्षा दी जाती है, जहां करीब 36,000 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. इनके लिए दो हजार शिक्षक तैनात हैं. चूंकि यह आवासीय विद्यालय हैं. इसलिए प्रधानाचार्यों और शिक्षकों का परिसर में रहना अनिवार्य होता है. लेकिन कई शिक्षक बिना किसी सूचना के अवकाश के दिनों में अपने घर चले जाते हैं. जिससे विद्यालयों का संचालन प्रभावित होता है.

झांसी की घटना से बढ़ी सख्ती

कुछ दिनों पहले झांसी के एक विद्यालय में 12वीं कक्षा के छात्र रोहन ने आत्महत्या कर ली थी. जब इस घटना की जांच हुई, तो पता चला कि विद्यालय में कई शिक्षक और कर्मचारी बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित थे. इसके बाद निदेशक कुमार प्रशांत ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रधानाचार्य सहित तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था.

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फेस रिकगनेशन सिस्टम से शिक्षकों की उपस्थिति की पुष्टि

अब सभी विद्यालयों में फेस रिकगनेशन सिस्टम लगाया जा रहा है. प्रधानाचार्य और शिक्षकों को शनिवार, रविवार और अन्य अवकाश के दिनों में अपनी उपस्थिति इस सिस्टम के जरिए दर्ज करनी होगी. इसके बाद जिला समाज कल्याण अधिकारी विद्यालय में पहुंचकर सत्यापन करेंगे कि कोई शिक्षक अनुपस्थित तो नहीं है.

बिना सूचना अनुपस्थिति पर होगी सख्त कार्रवाई

यदि कोई शिक्षक बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित पाया जाता है, तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. समाज कल्याण विभाग के निदेशक कुमार प्रशांत ने सभी जिला समाज कल्याण अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं कि फेस रिकगनेशन सिस्टम हर विद्यालय में सही तरीके से लागू हो और उसकी नियमित निगरानी की जाए.

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