PM Awas Yojana: प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत जरूरतमंद लोगों को पक्का मकान उपलब्ध कराने के लिए एक बार फिर से सर्वे शुरू हो गया है. यह सर्वे 17 जनवरी से पूरे जिले में चल रहा है और 31 मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा. इस सर्वे में जो भी पात्र लाभार्थी होंगे. वे अपना नाम इस योजना की सूची में जुड़वा सकते हैं. ग्रामीण इलाकों में विभाग के अधिकारी घर-घर जाकर सर्वे करेंगे. इसके साथ ही लाभार्थी स्वयं अपने मोबाइल से भी सेल्फ-सर्वे कर सकते हैं.
आवास आवंटन की सूची तैयार करना प्राथमिकता
प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ तभी मिलेगा. जब लाभार्थियों के नाम की सूची तैयार हो जाएगी. इसके लिए सरकार ने अभी से काम शुरू कर दिया है. अब तक जिले में 1,20,768 आवास बनाए जा चुके हैं. इसके अलावा 15,000 आवासों की राशि जारी की जा रही है और इनका निर्माण कार्य प्रगति पर है. यह सर्वे इस योजना को अगले स्तर पर ले जाने का महत्वपूर्ण कदम है.
59,000 लोगों को है आवास का इंतजार
पिछले सर्वे के अनुसार, 59,000 पात्र परिवार अभी भी आवास के इंतजार में हैं. इस नए सर्वे के तहत आने वाले नाम भी इन 59,000 नामों के साथ जोड़ दिए जाएंगे. इस तरह ज्यादा से ज्यादा लोगों को योजना का लाभ मिल सकेगा. सरकार ने यह योजना वर्ष 2024-2025 से लेकर 2028-2029 तक के लिए स्वीकृत की है. जिससे और भी पात्र परिवारों को पक्के मकान मिल सकें.
दो तरीकों से कर सकते हैं आवेदन
लाभार्थी इस योजना के तहत दो तरीकों से आवेदन कर सकते हैं. पहला तरीका है सर्वेयर, पंचायत सचिव या रोजगार सहायक के माध्यम से जो आवास प्लस ऐप 2.0 का उपयोग करके जानकारी दर्ज करेंगे. दूसरा तरीका यह है कि लाभार्थी खुद अपने मोबाइल से आवास प्लस ऐप के जरिए आवेदन कर सकते हैं. इस ऐप की लिंक आवास सॉफ्ट पोर्टल (https://pmayg.nic.in/infoapp.html) पर उपलब्ध है. इसके लिए सभी संबंधित अधिकारियों और सर्वेयर को प्रशिक्षण भी दिया गया है.
वर्ष 2016 से लाखों को मिल रहा है फायदा
प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत वर्ष 2016 में हुई थी. इस योजना का उद्देश्य बेघर और कच्चे मकानों में रह रहे परिवारों को पक्का मकान उपलब्ध कराना है. सरकार का लक्ष्य है कि सभी पात्र परिवारों को बुनियादी सुविधाओं से युक्त मकान दिया जाए. इस योजना ने अब तक लाखों जरूरतमंद परिवारों की जिंदगी में बदलाव लाया है.
ग्रामीण विकास मंत्रालय का अहम योगदान
प्रधानमंत्री आवास योजना को ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संचालित किया जा रहा है. मंत्रालय का मुख्य उद्देश्य यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले हर पात्र व्यक्ति को सुरक्षित और टिकाऊ आवास प्रदान किया जाए. यह योजना गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों और कमजोर आर्थिक स्थिति वाले परिवारों के लिए वरदान साबित हुई है.
पात्रता और प्रक्रिया को लेकर जागरूकता जरूरी
इस योजना के तहत पात्रता तय करने के लिए सर्वे टीम द्वारा घर-घर जाकर जानकारी ली जाएगी. वहीं, जो लोग खुद आवेदन करना चाहते हैं, उनके लिए मोबाइल ऐप का विकल्प मौजूद है. यह ऐप उपयोग में सरल है और इसके माध्यम से लोग बिना किसी परेशानी के अपनी जानकारी दर्ज कर सकते हैं. सरकार की कोशिश है कि इस प्रक्रिया को अधिक से अधिक सरल और पारदर्शी बनाया जाए.
आवास निर्माण में हो रही तेजी
सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्माण कार्यों में तेजी लाई जा रही है. जिन लाभार्थियों के नाम पहले से सूची में हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जा रही है. साथ ही नए नामों को जोड़ने की प्रक्रिया भी चल रही है. आवास निर्माण के लिए आवश्यक धनराशि का आवंटन तेजी से किया जा रहा है. ताकि कोई भी पात्र परिवार इस योजना से वंचित न रहे.
योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री आवास योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि हर जरूरतमंद व्यक्ति को एक सुरक्षित और पक्का मकान मिले. इस योजना के तहत, सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों मकान बनाकर यह सुनिश्चित किया है कि लोग सम्मानपूर्वक जीवन जी सकें.