New Four Lane Road: हरियाणा के तिगांव विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. मुख्यमंत्री नायब सैनी ने आगरा नहर सेक्टर-8 से गांव घरोड़ा तक एमआईटीसी मुख्य चैनल के उपलब्ध आरओडब्ल्यू के भीतर एक फोरलेन सड़क के निर्माण की स्वीकृति दे दी है. इस परियोजना पर 81 करोड़ रुपये की लागत आएगी. यह सड़क क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी और यातायात को सुगम बनाएगी.
मंझावली पुल के बाद बढ़ेगा ट्रैफिक दबाव
मंझावली गांव में यमुना नदी पर पुल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. इसके बाद फरीदाबाद-मंझावली रोड पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ने की संभावना जताई गई है. यह सड़क मार्ग कई गांवों से होकर गुजरता है. जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. इस समस्या को ध्यान में रखते हुए एमआईटीसी की भूमि का उपयोग नई फोरलेन सड़क के निर्माण के लिए किया जाएगा.
कई गांवों को होगा फायदा
इस नई सड़क से फरीदाबाद को मंझावली और नोएडा से घरोड़ा के माध्यम से जोड़ने का रास्ता बनेगा. यह सड़क मिर्जापुर, नीमका, तिगांव, भैंसरावली, रायपुर कलां और घरोड़ा जैसे गांवों को सीधे शहर से जोड़ेगी. यह बाईपास के रूप में काम करेगी. जिससे इन गांवों को कनेक्टिविटी में सुधार मिलेगा और यातायात जाम की समस्या कम होगी.
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से जुड़ेगी सड़क
प्रस्तावित फोरलेन सड़क डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से होकर गुजरेगी. वर्तमान में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में 2 मीटर और 3 मीटर चौड़ाई वाले दो वीयूपी (अंडरपास) हैं. लेकिन फोरलेन सड़क के लिए प्रत्येक 9 मीटर चौड़ाई के कम से कम दो वीयूपी की आवश्यकता होगी.
30 हेक्टेयर भूमि के हस्तांतरण की प्रक्रिया
सड़क निर्माण कार्य को आगे बढ़ाने के लिए सिंचाई और जल संसाधन विभाग की 30 हेक्टेयर भूमि को पीडब्ल्यूडी (बीएंडआर) विभाग को हस्तांतरित करना होगा. यह हस्तांतरण 2021 की मौजूदा सरकारी नीति के तहत किया जाएगा. यह कदम परियोजना के लिए आवश्यक भूमि उपलब्ध कराने में मदद करेगा और निर्माण कार्य में तेजी लाएगा.
गांवों को शहरों से जोड़ेगी सीधी कनेक्टिविटी
नई सड़क न केवल यातायात को सुगम बनाएगी. बल्कि इन गांवों को शहर के मौजूदा सड़कों के नेटवर्क से भी जोड़ेगी. यह सड़क परियोजना ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए बेहतर सुविधाएं लाएगी और शहरी क्षेत्रों तक उनकी पहुंच को आसान बनाएगी.
यातायात में सुधार और आर्थिक विकास
यह सड़क परियोजना क्षेत्र में यातायात की स्थिति को सुधारने के साथ-साथ आर्थिक विकास को भी गति देगी. गांवों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलने से व्यापार और अन्य आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी. इसके अलावा, यातायात जाम से होने वाली समय और ईंधन की बर्बादी भी कम होगी.
परियोजना की लागत और महत्व
81 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह सड़क न केवल यातायात सुगमता को बढ़ाएगी, बल्कि यह क्षेत्र की विकास योजनाओं का भी अहम हिस्सा है. सरकार का यह कदम फरीदाबाद को एक आधुनिक औद्योगिक केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है.
मुख्यमंत्री की पहल से जनता में उत्साह
मुख्यमंत्री नायब सैनी द्वारा इस परियोजना को स्वीकृति दिए जाने से स्थानीय जनता में उत्साह है. इस कदम से न केवल फरीदाबाद की जनता को राहत मिलेगी. बल्कि क्षेत्र के समग्र विकास में भी मदद मिलेगी.