New Fuel Type for Vehicle: भारतीय वाहन उद्योग में एक नया युग दस्तक दे रहा है, जिसमें फ्लेक्स फ्यूल वाहनों (FFVs) की प्रमुखता बढ़ रही है। इसमें टू-व्हीलर से लेकर फोर-व्हीलर तक सभी शामिल हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इथेनॉल और फ्लेक्स फ्यूल के विस्तार पर जोर दिया है। फ्लेक्स फ्यूल, पेट्रोल में इथेनॉल या मेथेनॉल का मिश्रण होता है, जिससे ईंधन सस्ता और अधिक पर्यावरण के अनुकूल होता है।
ईथेनॉल मिश्रित पेट्रोल की ओर एक कदम
फ्लेक्स फ्यूल के लिए ईथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (E20) का उपयोग बढ़ाने की योजना है। E20 में 20% इथेनॉल होता है और यह पेट्रोल की तुलना में किफायती होता है। आने वाले वर्षों में इस मिश्रण को E50 तक बढ़ाने की योजना है, जिसमें पेट्रोल में 50% इथेनॉल होगा।
E20 फ्यूल के लाभ
E20 फ्यूल उपयोगकर्ताओं के लिए कई लाभ प्रदान करता है। यह न केवल लागत में कमी लाता है बल्कि पर्यावरणीय लाभ भी प्रदान करता है क्योंकि यह वायु प्रदूषण को कम करने में सहायक है। इथेनॉल एक नवीकरणीय संसाधन है जो कार्बन उत्सर्जन को कम करता है।
आर्थिक और पर्यावरणीय प्रभाव
जियो-बीपी ने हाल ही में E20 पेट्रोल बाजार में उतारा है, जिसमें 20% इथेनॉल होता है। इसकी कीमत परंपरागत पेट्रोल की तुलना में कम है, जिससे उपभोक्ताओं को कीमत में फायदा होता है। इससे न केवल ऊर्जा सुरक्षा में सहायता मिलती है, बल्कि अवशेष ईंधन पर निर्भरता कम होती है।
भविष्य की दिशा में नितिन गडकरी की भूमिका
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने फ्लेक्स फ्यूल वाहनों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी पहल से भारतीय वाहन उद्योग में स्थायी विकास की नई संभावनाएं खुल रही हैं। यह न केवल ऊर्जा की बचत करेगा बल्कि वाहन उद्योग को भी नई तकनीकी दिशा प्रदान करेगा।