Haryana Railway Station: भारतीय रेलवे ने देशभर में स्टेशनों की सूरत बदलने के लिए “अमृत भारत स्टेशन योजना” की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों को स्मार्ट सुविधाओं से लैस करना और यात्रियों के लिए बेहतर अनुभव सुनिश्चित करना है। इस योजना के अंतर्गत हरियाणा के सात प्रमुख रेलवे स्टेशनों-हंसी, मंडी आदमपुर, कांलावाली, लोहारू, रायसिंहनगर, बट्टू और अनूपगढ़ का पुनर्निर्माण किया जाएगा।
हरियाणा के स्टेशनों पर विशेष फोकस
उत्तर पश्चिम रेलवे के अधीन आने वाले इन स्टेशनों के नवीनीकरण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। योजना के तहत प्रत्येक स्टेशन को उसके स्थानीय सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के अनुसार विकसित किया जाएगा। इससे न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि स्टेशन के आसपास का आर्थिक और सामाजिक विकास भी सुनिश्चित होगा।
क्या-क्या बदलेगा स्टेशनों पर ?
रेलवे की ओर से इन स्टेशनों पर आधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं
- नए और आधुनिक प्लेटफार्म शेल्टर
- स्वच्छ और वातानुकूलित वेटिंग हॉल
- अत्याधुनिक शौचालय
- पीने के पानी की बेहतर व्यवस्था
- एलिवेटेड फूटर ब्रिज (FOB)
- लिफ्ट और एस्केलेटर
- सोलर एनर्जी आधारित लाइटिंग सिस्टम
- बेहतर टिकट काउंटर और डिजिटल सूचना डिस्प्ले
स्थानीय यात्रियों को होगा बड़ा फायदा
इन सभी विकास कार्यों से स्थानीय यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। अभी तक छोटे स्टेशनों पर आवश्यक सुविधाओं की भारी कमी रहती थी। विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और महिलाओं को यात्रा के दौरान काफी परेशानी होती थी। अब स्टेशन पर लिफ्ट, एस्केलेटर, स्वच्छ शौचालय और वेटिंग एरिया जैसी सुविधाएं उन्हें एक अलग अनुभव देंगी।
रेलवे के विज़न का हिस्सा है योजना
“अमृत भारत स्टेशन योजना” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्त्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इसका उद्देश्य न केवल स्टेशनों को तकनीकी रूप से उन्नत बनाना है, बल्कि उन्हें स्थानीय अर्थव्यवस्था का केंद्र भी बनाना है। हरियाणा जैसे राज्य में जहां यात्री संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है, वहां इस योजना से परिवहन और पर्यटन दोनों को मजबूती मिलेगी।
विकास कार्यों के लिए तय की गई राशि
इन सात रेलवे स्टेशनों के नवीनीकरण के लिए करोड़ों रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। सूत्रों के अनुसार, औसतन हर स्टेशन पर 10 से 20 करोड़ रुपये तक की लागत आने की संभावना है। सभी कार्यों को चरणबद्ध तरीके से 2025 के मध्य तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
रेलवे के अनुसार यात्रियों की सुविधा सर्वोपरि
उत्तर पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, यात्रियों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। स्टेशन आने वाले हर व्यक्ति को एक स्वच्छ, सुरक्षित और सुलभ माहौल मिलना चाहिए। इसके लिए रेलवे कर्मचारियों को भी विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वे स्मार्ट स्टेशन व्यवस्था के अनुरूप कार्य कर सकें।
स्थानीय रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
स्टेशन निर्माण कार्यों के दौरान स्थानीय श्रमिकों और ठेकेदारों को काम मिलने की संभावना है। साथ ही, स्टेशन के आधुनिक होने के बाद दुकानों, कैफेटेरिया और अन्य सेवाओं के माध्यम से रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे।
योजना से जुड़े तकनीकी फीचर्स
- सभी स्टेशनों पर CCTV निगरानी
- डिजिटल टिकटिंग और क्यूआर कोड सुविधा
- सौर ऊर्जा आधारित पैनल
- दिव्यांगजनों के लिए रैम्प और ब्रेल लिपि में संकेत
- EV चार्जिंग स्टेशन जैसी स्मार्ट सेवाएं
यात्रियों के लिए एक नया अनुभव होगा
अमृत भारत योजना के तहत विकसित हो रहे स्टेशनों पर यात्री न केवल सफर करेंगे, बल्कि उन्हें एक स्मार्ट अनुभव भी प्राप्त होगा। हंसी, मंडी आदमपुर, कांलावाली जैसे अपेक्षाकृत छोटे स्टेशनों को अब स्मार्ट रेलवे स्टेशन के रूप में पहचाना जाएगा।